- दुर्गाकुंड-कबीर नगर एरिया में कोचिंग वालों की अवैध पार्किंग से पड़ोसी परेशान

- अवैध पार्किंग से अगल-बगल के घरों के गेट हो जा रहे हैं ब्लाक, रोज ही हो रही है किचकिच

- पब्लिक की कम्प्लेन के बाद भी नगर निगम व पुलिस प्रशासन का नहीं है इसपर ध्यान

VARANASI

अब इसे नगर निगम की लापरवाही कहें या फिर कोचिंग संचालकों की दंबगई। खुद तो एक बिल्डिंग में क्लासेस चला कर कारोबार कर रहे हैं, साथ ही साथ कोचिंग के बच्चों की व्हीकल के पार्किंग के नाम एक्स्ट्रा कमाई भी कर रहे हैं। मगर कोचिंग की ये प्रेक्टिस पास-पड़ोस के लोगों के लिए मुसीबत बन गई है। क्योंकि कोचिंग वालों की अवैध पार्किंग के चलते आस-पास के लोगों के गेट ब्लाक हो जा रहे हैं।

मना करो तो होता है झगड़ा

दुर्गाकुंड और कबीर नगर एरिया में तमाम कोचिंग्स की पार्किंग कॉलोनी की सड़कों पर चल रही है। इससे सबसे ज्यादा कॉलोनी के लोग परेशान हैं। वजह ये है कि स्टूडेंट्स साइकिल या बाइक खड़ा करने से मना करने पर झगड़ा करने लगते हैं। यदि किसी ने स्टूडेंट्स की गैरमौजूदगी में साइकिल-बाइक हटाने की कोशिश की तो अवैध पार्किंग का कोई ठेकेदार आकर हंगामा शुरू कर देता है। स्थानीय लोगों की माने तो रोज ही कहीं न कहीं इस मामले पर झगड़ा होता है।

आंख मूंदे बैठे हैं जिम्मेदार

खास ये भी है कि कोचिंग वालों के इस अवैध पार्किंग और अवैध कमाई के बाबत जिम्मेदार लोग आंखें मूंदे बैठे हैं। न तो शहर भर में वैध पार्किंग का ठेका बांटने वाले नगर निगम को ये सब नजर आता है और ना ही कानून-व्यवस्था के लिए चक्रमण करने वाले स्थानीय थाना और पुलिस चौकी को इससे कोई सरोकार है। पब्लिक भले ही झेलती रहे।

सुबह शाम जीना हराम

दुर्गाकुंड एरिया के ब्रह्मानंद कॉलोनी में एक फेमस कोचिंग सेंटर्स के बाहर साइकिल स्टैंड संचालित होता है। इस स्टैंड का दायरा कोचिंग की बिल्डिंग से लेकर आस-पास के घरों के एंट्रेंस तक फैला रहता है। कॉलोनी में सुबह-शाम बाइक व साइकिल इतनी अधिक हो जाती है कि आस-पास घर के मेन गेट तक सिर्फ साइकिलें ही दिखतीं हैं। कॉलोनी के लोगों ने इसकी कम्प्लेन कई दफा नगर निगम व दुर्गाकुंड पुलिस चौकी पर कर चुके है लेकिन अभी तक उन्हें राहत नहीं मिली है।

पुलिस का भी ध्यान नहीं

सड़क पर स्टैंड बनाए जाने की इंफॉरमेशन कई बार दुर्गाकुंड पुलिस को दी गई है। लेकिन पुलिस राउंड के दौरान कोचिंग संचालकों को सिर्फ वार्निग देकर चली जाती है। कभी भी किसी कोचिंग संचालकों पर एक्शन नहीं लिया गया। इसलिए कॉलोनियों के रोड पर अवैध स्टैंड चल रहा है। पुलिस के स्ट्रिक्ट नहीं होने के कारण कालोनी के लोगों का जीना दुश्वार हो चुका है।

जरा आप भी गौर करिए

दुर्गाकुंड और लंका एरिया में डेढ़ दर्जन से ज्यादा कॉलोनियां हैं

लगभग सभी कॉलोनियां में चल रहे हैं कोचिंग सेंटर

हर एक कोचिंग में ख्भ्0 से ख्000 तक स्टूडेंट्स हैं।

मैक्सिमम कोचिंग वाले कॉलोनी की रोड पर व्हीकल्स पार्क कराते हैं

इसमें ज्यादातर पार्किंग के नाम पर फीस भी वसूलते हैं

इनके पार्किंग एरिया का नहीं है कोई दायरा

कोचिंग के अलावा इस एरिया में प्राइवेट हॉस्टल्स की भरमार भी है

कुछ हॉस्टल वाले घर के बाहर ही साइकिलें पार्क कराते हैं।

कोचिंग संचालकों को अपना पार्किंग का प्लेस बनाना चाहिए। किसी के घर के बाहर मेन गेट तक साइकिल स्टैंड नहीं बनाना चाहिए। स्टूडेंट्स को मना करो तो मारपीट पर आमादा हो जाते है।

मनीष चौबे, ब्रह्मानंद कालोनी

कोचिंग संचालकों की मनमानी है। कालोनियों में एक दर्जन से अधिक कोचिंग चल रहे हैं। लेकिन साइकिल स्टैंड के लिए अपना खुद का जगह नहीं लेके दूसरे के घर के बाहर स्टैंड बनवा दे रहे हैं।

संजीत सोनकर, दुर्गाकुंड

कोचिंग सेंटर्स की ओर से सड़क पर भी साइकिल स्टैंड बनाया गया है। जिससे कालोनियों में सुबह-शाम जाम की स्थिति भी आए दिन बनी रहती है। कोई तो इसपर रोक लगाए।

रजत दुबे, कबीरनगर कॉलोनी

कोचिंग संचालकों की मनमानी चरम पर है। कई बार मना करने के बावजूद सड़क पर साइकिल स्टैंड बना दिया गया है। कुछ लोग तो अपनी कार भी नहीं निकाल पाते। बहुत कुछ झेलते हैं।

राहुल दयाल, ब्रह्मानंद कालोनी