- बीएसए को निर्देश, सोशल साइट्स पर -एक्टिव

- तकनीकी युग में जनपद के पीछे रहने पर उठे सवाल

आई स्पेशल

मेरठ। सरकारी स्कूलों की बिगड़ी छवि को सुधारने के लिए अब बेसिक शिक्षा विभाग सोशल साइट्स का सहारा लेगा। इसके लिए शिक्षा परिषद की ओर से बीएसए को निर्देश जारी किए गए है।

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करेंगे प्रचार-प्रसार

शासन से मिले निर्देशों के अनुसार बेसिक शिक्षा विभाग के गुड वर्क की जानकारी समाज तक नहीं पहुंच रही है। ऐसे में विभाग को तमाम सोशल साइट्स जैसे फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, व्हाट्सअप पर प्रॅापर अकाउंट बनाकर स्कूलों या विभाग में तमाम सकारात्मक गतिविधियों के बारे में जानकारी देनी होगी।

सभी कार्यो का देंगे ब्योरा

मानव संसाधन विकास मंत्रालय के सचिव की ओर से भी सरकारी स्कूलों के गुड वर्क को प्रॉपर प्रचार-प्रसार के लिए कहा गया है। ऐसे में विभाग में व्यक्तिगत, संस्थागत व सामुदायिक प्रयासों से स्कूल या विभाग के कार्यो को सबके सामने लाने के लिए निरंतर इन तकनीकों का प्रयोग करना होगा।

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रचनात्मकता को मिलेगा बल

विभाग का कहना है कि तकनीक के प्रयोग से बच्चों की रचनात्मकता को बल मिलेगा। इसके साथ ही बच्चों की तमाम गतिविधियां भी सामने आएंगी। स्कूलों में प्रतियोगिताओं के साथ ही विकास के कार्यों को भी पहचान मिलेगी।

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वर्जन

सोशल साइट्स का प्रयोग हमारे यहां हो रहा है। आगे भी हम इस पर काम कर रहे हैं।

सतेंद्र कुमार ढाका, बीएसए, मेरठ