=न्यू ईयर पर डेली के मुकाबले दो-गुना हुई शराब की सेल
-सबसे ज्यादा बिकी देशी शराब, फिर अंग्रेजी शराब और बीयर की हुई बिक्री
डिस्ट्रिक्ट में इतनी हैं दुकानें
57-देशी शराब
89-अंग्रेजी शराब
72- बीयर
दो दिन में 5.5 करोड़ की बिकी शराब
4.5- करोड़ रुपए की हुई थी पिछले साल शराब की सेल
1- करोड़ रुपए की ज्यादा हुई इस साल सेल
इस बार नए साल पर इतनी बिकी शराब
40-बोतल विदेशी मदिरा
30- हजार लीटर देशी शराब की हुई सेल
18- हजार लीटर अंग्रेजी शराब की बिक्री
14- हजार बॉटल बीयर की बिक गई
बरेली:
न्यू ईयर के जश्न में बरेलियंस साढ़े पांच करोड़ की दारू गटक गए। बरेलियंस में इस बार इम्पोर्टेड वाइन का पिछले वर्ष की अपेक्षा क्रेज बढ़ा है। न्यू ईयर पर बरेलियंस ने 40 बोतल इम्पोर्टेड वाइन को भी यूज किया। आम दिनों की अपेक्षा इस बार 31 दिसंबर और पहली जनवरी पर दोगुने से भी अधिक बिक्री हुई। यह बात हम नहीं बल्कि आबकारी विभाग के आंकड़े बता रहे हैं। हैरत की बात है कि इसमें देशी शराब की सेल सबसे ज्यादा हुई हैं। जबकि अंग्रेजी शराब की सेल दूसरे नंबर पर और बीयर तीसरे नंबर पर है।
देशी शराब फर्स्ट च्वाइस
बरेली में सभी क्लास की फैमिली रहती है। यहां लिटरेसी का परसेंट 65 है। इसके बावजूद बरेलियंस को दूसरी शराब के मुकाबले देशी शराब ज्यादा पसंद है। आबकारी विभाग के आंकड़ों के मुताबिक इस न्यू ईयर में 30 हजार लीटर देशी शराब की सेल हुई है। जबकि अंग्रेजी शराब की बिक्री 18 हजार लीटर हुई। साथ ही बीयर की 14 हजार बॉटल की बिक्री हुई है। जबकि इम्पोर्टेड वाइन की 40 बोतल बिकी।
कम टाइम नहीं असर
गवर्नमेंट ने शराब की बिक्री का टाइम फिक्स कर दिया है। सुबह 10 से रात 10 बजे तक का टाइम फिक्स किया है। इससे पहले सुबह 9 बजे से रात 11 बजे तक शराब बिक्री का समय था। दो घंटे की कटौती के बावजूद शराब की सेल पर कोई असर नहीं दिखाई दे रहा है। कई लोगों ने दुकान बंद होने के डर से पहले ही शराब खरीद कर रख ली थी।
कच्ची शराब का दिखा खौफ
आबकारी डिपार्टमेंट ने कच्ची शराब बेचने वालों के खिलाफ एक माह पहले से ही अभियान चलाना शुरू कर दिया था। जिस कारण कच्ची शराब की बिक्री न के बराबर हुई। कच्ची शराब माफियाओं पर कार्रवाई का असर साफ देखा गया। वहीं पिछले साल कच्ची शराब से हुई मौतों की वजह से लोगों ने इससे दूरी बनाकर रखी।
पिछले साल की अपेक्षा इस साल ग्रोथ है। इस साल सबसे ज्यादा देशी शराब की बिक्री हुई है। पिछले साल भी शराब की अच्छी बिक्री हुई थी।
-डीएन दुबे, जिला आबकारी अधिकारी