इस्लामाबाद (आईएएनएस)। जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम-फजल (जेयूआई-एफ) के प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान ने कहा है कि पीएम इमरान खान को अपने पद से इस्तीफा दें और घर लौट जाएं क्योंकि अब उनकी सरकार से विरोध के मुद्दे पर कोई और बातचीत की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने गुरुवार को स्पष्ट कर दिया कि इमरान सरकार के साथ अब कोई भी समझौता नहीं होगा। मौलाना ने कहा कि सरकारी अधिकारियों को अब आकर बातचीत करने से कोई भी फायदा नहीं होगा। लोगों को संबोधित करते हुए मौलाना ने कहा, 'जब आप बातचीत के लिए आते हैं तो आपको प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देना चाहिए।'

पाक सेना के बयान का किया समर्थन

रहमान ने हालांकि, डीजी आईएसपीआर मेजर जनरल आसिफ गफूर के बयान का स्वागत किया कि सशस्त्र बलों की भूमिका आम चुनावों और राजनीतिक मामलों में हमेशा तटस्थ रही है। बता दें कि पाकिस्तान में इमरान सरकार के खिलाफ पिछले दिनों से भारी विरोध प्रदर्शन हो रहा है। इस विरोध प्रदर्शन का नाम 'आजादी मार्च' दिया गया है। बता दें कि इमरान खान के खिलाफ इस्लामाबाद में यह विरोध प्रदर्शन इसलिए हो रहा है क्योंकि उन्होंने चुनाव में किए गए अपने वालों को पूरा नहीं किया है। इमरान ने पिछले साल एक रैली के दौरान देश में भ्रष्टाचार को खत्म करने और गरीबों के लिए रोजगार देने का वादा किया था। 

पाकिस्तान : इमरान का 'समय' खत्म, मौलाना ने बुलाई सर्वदलीय बैठकदो बड़ी विपक्षी पार्टियां विरोध प्रदर्शन का कर रही हैं समर्थन

इस विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व फजल-उर-रहमान कर रहे हैं, उन्हें देश की दो बड़ी विपक्षी पार्टियों का भी समर्थन प्राप्त है। यह प्रदर्शन ऐसे हो रहा है जब खान की सरकार देश की गिरती अर्थव्यवस्था से जूझ रही है। वहीं विपक्ष का कहना है कि सरकार अवैध है और सेना की मदद से बनाई गई है, जिसने कई साल पाकिस्तान पर शासन किया है और सुरक्षा और विदेश नीति तय की है। हालांकि, सेना राजनीति में किसी तरह के दखलंदाजी से इनकार करती है।

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