इस्लामाबाद (आईएएनएस)। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपने ताजा बयान में कहा है कि जब तक भारत सरकार जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने के फैसले को वापस नहीं लेती है, तब तक भारत से बातचीत करने का कोई फायदा नहीं है। पाकिस्तान-अफगानिस्तान बॉर्डर पर एक कार्यक्रम में बुधवार को मीडिया को संबोधित करते इमरान खान ने कहा, 'जब तक भारत सरकार कश्मीर में कर्फ्यू नहीं हटा लेती और आर्टिकल 370 हटाए जाने के फैसले को वापस नहीं लेती है, तब तक भारत के साथ द्विपक्षीय वार्ता का कोई मतलब नहीं है। इसके अलावा खान ने जिहादियों को कश्मीर से दूर रहने की भी चेतावनी दी है।

सऊदी अरब जाएंगे इमरान खान

खान ने कहा, 'पाकिस्तान का कोई भी व्यक्ति कश्मीर में लड़ने या वहां जिहाद के लिए जाता है, तो ये कश्मीरियों के साथ सबसे बड़ा अन्याय होगा। इस तरह की हरकत से कश्मीरी परेशानी में पड़ जाएंगे।' इसके साथ प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में देश को यह भी आश्वासन दिया कि वह कश्मीर मामले को संयुक्त राष्ट्र महासभा सत्र में जोरों से उठाएंगे। बता दें कि प्रधानमंत्री इमरान खान गुरुवार को सऊदी अरब के दौरे पर रवाना होंगे और वहां से संयुक्त महासभा के 74वें सत्र में भाग लेने के लिए अमेरिका चले जाएंगे।

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पाक का कोई भी नहीं दे रहा साथ

बता दें कि 5 अगस्त को जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद से ही पाकिस्तान बौखला गया है। पाकिस्तान विभिन्न अंतरराष्ट्रीय मंचों पर इस मुद्दे को उठाने की कोशिश कर रहा है लेकिन भारत हर जगह यही कह रहा है कि यह एक आंतरिक मामला है और पाकिस्तान को इस सच्चाई को स्वीकार कर लेना चाहिए। यहां तक पाकिस्तान इस मुद्दे को लेकर संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के 42वें सत्र में भी पहुंच गया लेकिन यहां भी भारत के इस फैसले को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई देशों ने उसका आंतरिक मामला बताया और इसका समर्थन भी किया। वहीं, पाकिस्तान ने अबू धाबी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान, सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान, फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और जॉर्डन के किंग अब्दुल्ला द्वितीय सहित दुनिया भर के कई नेताओं को इस मुद्दे पर दखल देने के लिए कहा है लेकिन कोई भी देश उसके समर्थन में आगे नहीं आया।

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