मुंबई (मिड-डे)। 'बाला' में अपनी परफॉर्मेंस का क्रेडिट यामी इसके डायरेक्टर और राइटर  को दे रही हैं। यामी कहती हैं, 'मुझे एक नाजुक प्रिटी गर्ल के तौर पर 'स्टीरियोटाइप' कर दिया गया था पर चीजें बदल रही हैं।' बाला का वह सीन, जिसमें यामी गौतम का कैरेक्टर अपनी एक दिन पुरानी शादी इसलिए तोड़ लेती है क्योंकि उसका हसबैंड गंजा है और वह उसे समझाती है कि क्यों उसके लिए प्यार नहीं लुक्स अहम हैं, मूवी का शानदार सीन साबित होता है। सुनने में यह हल्की बात लग सकती है लेकिन यामी की एक्टिंग देखकर आप उस किरदार पर तरस खाने लगते हैं। इस एक्टे्रस के मुताबिक, 'मैं यह फिल्म करने से मना नहीं कर सकती थी। एक अनोखा जॉनर, एक कॉमिक हीरोइन और किरदार की रेलेवेंसी जैसे कई अहम फैक्टर्स के बेसिस पर मैंने फैसला किया था।'

डायरेक्टर और राइटर का है कमाल

ऐसा किरदार निभाना आसान नहीं है जो अपनी खूबसूरती का कायल हो और वह ऑडियंस से जुड़ा भी रहे। इसका क्रेडिट वह अपने डायरेक्टर अमर कौशिक और राइटर निरेन भट्ट को देते हुए कहती हैं, 'मूवी की ब्रीफ हमेशा से क्लियर थी कि 'परी' थोड़ी सिली और ड्रैमेटिक है पर वह एम्बैरेसिंग नहीं है। वह अलग दुनिया में रहती है और उसके लिए बस वही मैटर करता है। वह सोसाइटी के उस हिस्से को रिप्रेजेंट करती है जो उन्हें उनकी सारी जिंदगी मिली अटेंशन पर फलते-फूलते हैं। वह मटीरियलिस्टिक या लालची नहीं है पर उसे गुड लुक्स से प्यार है।'

Bala Box Office Collection: आयुष्मान की 'बाला' ने मचाया धमाल, दूसरे दिन भी की धुंआधार कमाई

रोल होगा दमदार तो दिखेगा पोटेंशियल

भले ही फिल्म इंडस्ट्री को उनका टैलेंट पहचानने में सात साल लग गए हों लेकिन यामी खुश हैं कि उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक और बाला ने उनकी महज 'आई-कैंडी' वाली इमेज को पूरी तरह बदल दिया है। इस एक्ट्रेस के मुताबिक, 'मुझे पता है कि मैं एक एक्टर के तौर पर कितनी काबिलियत रखती हूं। मैं अपनी रेंज से भी वाकिफ हूं लेकिन यह दुनिया को तब तक नहीं दिखा सकती जब तक फिल्ममेकर्स मुझे ऐसा रोल नहीं देते जो मेरे पोटेंशियल के साथ इंसाफ कर सके। मुझे एक नाजुक प्रिटी गर्ल के तौर पर 'स्टीरियोटाइप' कर दिया गया था। फाइनली, इसमें बदलाव हो रहा है।

mohar.basu@mid-day.com

Bala Movie Review: दर्शकों को बाल-बाल बचाया आयुष्मान ने

Bollywood News inextlive from Bollywood News Desk