रात को भी हुई बारिश पर सुबह चमका सूरज

हालांकि बीती रात राज्य में कई स्थानों पर रूक-रूक कर बारिश होती रही लेकिन सुबह सवेरे बारिश थमने के बाद सूरच दिखाई देने से लोगों को थोड़ी राहत भी मिल रही थी। बचाव एजेंसियों अपने कार्य में सक्रिय हो गयी हैं। राज्य सरकार की ओर से कहा जा रहा है कि चेन्नई के लगभग 85 प्रतिशत इलाकों में बिजली की आपूर्ती बहाल हो गयी है और बसों का भी परिचालन प्रारंभ हो गया है। इस बीच तमिलनाडु में एनडीआरएफ का किसी भी बाढ़ में सबसे बड़ा रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। एनडीआरएफ के डीजी ओपी सिंह ने बताया कि राज्य में इस वक्त एनडीआरएफ की 50 टीम राहत और बचाव कार्य में लगी हुई हैं। अगर स्थितियां ऐसी ही रहीं तो एयरपोर्ट भी जल्दी सामान्य रूप से काम करना प्रारंभ कर देगा।

मौसम विभाग ने वापस ली चेतावनी

इसबीच चेन्नई के विभिन्न हिस्सों में अब भी जलभराव की स्थिति बनी है। भारी बारिश के कारण जल स्तर कोयाम्बेडु पुल पर खतरे के निशान को पार कर गया है। बाढ़ का पानी लोगों के आवासों में प्रवेश करा है। बारिश चेन्नई के रायपेट्टा, माउंट रोड, ताम्बरम, और चेंगलपट्टू में शुरू है। मौसम विभाग के डायरेक्टर बीपी यादव ने बताया कि चेन्नई के पास बना कम दबाव का क्षेत्र अब दक्षिण की ओर बढ़ रहा है। इसलिए भारी बारिश नहीं होगी। पहले यह ठहरा हुआ था, जिसकी वजह से केंद्रीय तमिलनाडु सहित चेन्नई में भारी बारिश की चेतावनी दी गई थी। लेकिन दोपहर बाद रोयापेटा, माउंट रोड, तांबरम और चेंगलापट्टु जैसे इलाकों में फिर भारी बारिश होने लगी।

बारिश के भरोसे है राहत कार्य

बारिश थमने की वजह से राहत और बचाव कार्यों में तेजी आई थी साथ ही कुछ इलाकों में जलस्तर कम होने की सूचना भी थी। बाढ़ की स्थिति को देखते हुए अमेरिका ने भी मदद के लिए हाथ बढ़ाया है। इससे पहले शु्क्रवार सुबह तक सेना और एनडीआरएफ ने अब तक 9000 लोगों को बचा लिया था। पीएम मोदी ने गुरुवार को चेन्नई का हवाई दौरा किया और इसके साथ राज्य को 1000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त मदद का ऐलान किया। केंद्र इससे पहले 940 करोड़ रुपये की मदद दे चुका है। 100 साल के बाद भयंकर बाढ़ से जूझ रहे चेन्नई और उसके निकटवर्ती बाढ़ग्रस्त कांचीपुरम और तिरुवल्लूर जिलों के हवाई सर्वेक्षण के बाद गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि संकट की इस घड़ी में पूरा देश तमिलनाडु के साथ खड़ा है।

48 घंटे में फिर मूसलाधार बारिश की आशंका

भारी वर्षा से भीषण बाढ़ की चपेट में आए बाढ़ग्रस्त तमिलनाडु के हालात अब भी गंभीर हैं। पूर्वोत्तर के मानसून ने सर्वाधिक तबाही तटवर्ती कुड्डालोर जिले में मचाई है। चेन्नई के अलावा, विल्लुपुरम, कन्याकुमारी और पुड्डुचेरी में भी हालात बेहद खराब हैं। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटे में और मूसलाधार बारिश की चेतावनी जारी की है। जलमग्न निचली बस्तियों में सेना, नौसेना व एनडीआरएफ की टीमें राहत पहुंचाने में युद्धस्तर पर लगी हैं। पीड़ितों को राहत पहुंचाने में भी भारी परेशानी हो रही है। अब भी सड़कों पर 4 से 5 फीट तक पानी है। अत्यधिक प्रभावित इलाकों में पानी आठ से दस फीट तक पहुंच गया। फिर भी अब तक 50 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है। तमिलनाडु में मौत का आंकड़ा बढ़कर 269 तक पहुंच गया है।

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