श्रीनगर (एएनआई)। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने रविवार को जम्मू-कश्मीर के आठ जिलों में कई स्थानों पर छापे मारे। बता दें कि राज्‍य के गांदरबल, किश्तवाड़, रामबन, अनंतनाग, बडगाम, राजौरी, डोडा और शोपियां जिलों में छापेमारी की जा रही है। इस छापेमारी के दौरान जमात-ए-इस्लामी (जेईआई) के सदस्य गुल मोहम्मद वार के आवास पर छापेमारी की जा रही है. गांदरबल जिले के लिए गुल मोहम्मद JEL का प्रमुख है।

जमात-ए-इस्लामी के अन्‍य सदस्‍य व पूर्व आतंकी के घर भी छापेमारी
इस छापेमारी में JEL के एक अन्य सदस्य जहूर अहमद रेशी के आवास पर भी NIA ने छापा मारा है। रेशी फलाह-ए-आम ट्रस्ट के पूर्व शिक्षक हैं और गांदरबल जिले के सफापोरा इलाके में एक दुकान चलाते हैं। साथ ही, पूर्व आतंकवादी मेहराजदीन रेशी के आवास पर भी छापेमारी की गई है। याद दिला दें कि इससे पहले 10 जुलाई को एनआईए ने टेरर फंडिंग मामले में जम्मू-कश्मीर से छह लोगों को गिरफ्तार किया था। पिछले महीने जम्मू-कश्मीर सरकार के 11 कर्मचारियों को आतंकी संबंधों के आरोप में बर्खास्त कर दिया गया था। बर्खास्त किए गए लोगों में हिजबुल मुजाहिदीन के संस्थापक सैयद सलाहुद्दीन के दो बेटे भी शामिल हैं।

जम्मू कश्मीर प्रभावित राहत ट्रस्ट के नाम से हो रही थी आतंकियों को फंडिंग
दिल्ली की एक अदालत ने पहले जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों की साजिश रचने के लिए पाकिस्तान से धन प्राप्त करने के लिए प्रथम दृष्टया सबूतों के आधार पर चार कथित हिज्बुल मुजाहिदीन आतंकवादियों के खिलाफ आरोप तय करने का आदेश दिया था। अदालत ने आपराधिक साजिश, देश के खिलाफ युद्ध छेड़ने और यूएपीए के प्रावधानों के अंतर्गत विभिन्न आरोपों के तहत आरोप तय करने का आदेश दिया था। विशेष न्यायाधीश परवीन सिंह ने अपने आदेश में कहा कि आतंकवादी संगठन ने एक मुखौटा संगठन जम्मू कश्मीर प्रभावित राहत ट्रस्ट (जेकेएआरटी) का गठन किया था, जिसका उद्देश्य आतंकवादी गतिविधियों को वित्तपोषित करना था। ट्रस्ट मुख्य रूप से आतंकवादियों और उनके परिवारों के लिए धन उपलब्ध कराने का काम करता था।

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