- लखनऊ-कानपुर चैप्टर की हुई शुरूआत

LUCKNOW: समाज में महिलाओं की बड़ी और महत्वपूर्ण भूमिका है। महिलाओं की तरक्की के बगैर या उन्हें नजरअंदाज करके खुशहाली नहीं ला जा सकती। यह कहना है सीएम अखिलेश यादव का। सीएम सैटरडे को विवांता बाई ताज होटल में फिक्की के एफएलओ (फिक्की लेडीज अर्गनाइजेशन) के लखनऊ-कानपुर चैप्टर की शुरूआत के मौके पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि इतिहास गवाह है कि उन्हीं देशों में तेजी से विकास हुआ है जहां एजुकेशन, गांव और गरीब के उत्थान पर विशेष ध्यान दिया गया है। सीएम ने महिला सशक्तीकरण और विभिन्न क्षेत्रों में महिला सहभागिता बढ़ाने के लिए एफएलओ के कार्यक्रम वी इनिशिएटिव की भी शुरुआत की।

महिलाओं को दिया जा रहा सम्मान

सीएम ने कहा कि हमारी सरकार महिला सशक्तीकरण की पक्षधर है। महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान के लिए लगातार काम भी हो रहा है। उन्होंने वीमेन पावर लाइन क्090 का जिक्र करते हुए कहा कि यह एक ऐसी सर्विस है जिससे महिलाओं को सुरक्षा दी जा रही है। इस सर्विस ने महिलाओं का कांफिडेंस बढ़ाया है। क्090 मोबाइल एैप भी इसी का एक हिस्सा है। उन्होंने कहा कि महिला सशक्तीकरण और उनके आर्थिक स्वावलम्बन के लिए रानी लक्ष्मीबाई महिला सम्मान कोष की स्थापना गई है। इसके तहत महिलाओ को सम्मानित भी किया गया है।

बेटियां मां के हाथ पर रखती हैं पैसा

अखिलेश यादव ने कहा कि कन्या विद्या धन इण्टर पास बालिकाओं को आगे की पढ़ाई के लिए दिया जाता है। इसका वितरण करते हुए जब भी मैंने किसी लड़की से पूछा कि वे इस धन का क्या करेंगी तो सभी ने मुझे यही जवाब दिया कि अपनी माँ को दे देंगे। किसी ने यह नहीं कहा कि पिता को देंगे। इससे समाज में महिलाओं की स्थिति और महत्व दोनों का अंदाजा लगाया जा सकता है।

एक अच्छी पहल-डिंपल यादव

सांसद और सीएम की वाइफ डिम्पल यादव ने इस मौके पर कहा कि एफएलओ के लखनऊ-कानपुर चैप्टर का शुभारम्भ एक अच्छी शुरूआत है। महिला सशक्तीकरण देश और प्रदेश की प्रोग्रेस से सीधे जुड़ा हुआ है। इस शुरूआत से प्रदेश में महिला उद्यमिता बढ़ेगी। उन्होंने भरोसा जताया कि एफएलओ का लखनऊ-कानपुर चैप्टर प्रदेश में महिलाओं के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने में महत्वपूर्ण योगदान करेगा। इस मौके पर फिल्म मेकर और कोरियोग्राफर फराह खान, एफएलओ की नेशनल प्रेसीडेंट अर्चना गरोडि़या गुप्ता और लखनऊ-कानपुर चैप्टर की अध्यक्ष च्योत्सना हबीबुल्ला ने भी सम्बोधित किया।