- इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने एक साथ सर्राफा कारोबारी के दस प्रतिष्ठानों पर की छापेमारी

- पेट्रोल पंपों पर भी टीम ने मारा छापा

- जिला जेल रेड कर अधिकारियों ने लिया खाद्यान्न का सैम्पल

- नोटबंदी के दौरान बैंकों में 20 करोड़ से ज्यादा रकम जमा किए जाने के मामले में इनकम टैक्स ने की कार्रवाई, देर रात तक चलती रही पड़ताल

- बिल बाउचर और कम्प्यूटर हार्ड डिस्क कब्जे में, बड़े टैक्स चोरी का हो सकता है खुलासा

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नोटबंदी के दौरान बैंक खातों में जमा की गई करोड़ों की रकम आयकर विभाग की जांच के रडार पर है़ इसी के तहत आयकर अधिकारियों की टीम ने गुरुवार को शहर के प्रमुख सराफा कारोबारी के आवास और प्रतिष्ठानों पर छापेमारी की़ अलग-अलग टीमों ने वाराणसी और मुगलसराय (चंदौली) स्थित सराफा कारोबारी के ठिकानों पर जा एक साथ छापेमारी की तो अन्य सराफा कारोबारियों में हड़कम्प मच गया़ इस दौरान बड़े कारोबारियों ने अपने अधिकांश स्टॉक और दस्तावेजों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया़ मामले की जांच कर रही टीम को आशंका है कि नोटबंदी के दौरान प्रतिष्ठान की ओर से काफी गड़बड़ी हुई है प्रतिष्ठान संचालक की तरफ से दाखिल किए गए रिटर्न में भारी गोलमाल किया गया है।

प्रतिष्ठान खुलने का कर रहे थे वेट

आयकर विभाग के अपर निदेशक जांच अभय ठाकुर के नेतृत्व में अधिकारियों की टीम ने गुरुवार को शहर के बड़े सर्राफा कारोबारी के 10 प्रतिष्ठानों सहित उनके निवास पर ताबड़तोड़ छापेमारी की़ बनारस के नौ व चंधासी-मुगलसराय (चंदौली) के एक प्रतिष्ठान पर एक साथ छापेमारी से हड़कंप मच गया। आयकर विभाग की टीम कारोबारी के समस्त प्रतिष्ठानों पर दुकान खुलने से पहले ही पहुंच गई थी। प्रतिष्ठानों के खुलते ही टीम में शामिल अधिकारी तत्काल अंदर पहुंचे और अपना परिचय देते हुए कर्मचारियों के मोबाइल अपने कब्जे में ले लिया़ चूंकि टीम के साथ पुलिस फोर्स थी, लिहाजा किसी ने विरोध करने की जहमत नहीं उठायी़ आयकर अधिकारियों ने आवास को भी खुलवा कर जांच शुरू कर दी़ इस दौरान आवास और प्रतिष्ठान से आने व जाने पर रोक लगा दी गयी थी।

मिले हैं पुख्ता सबूत

आयकर विभाग के सूत्रों के अनुसार टीम में शामिल अधिकारियों ने सराफा कारोबारी के बैंक खातों, बिल, बाउचर, खरीद-बिक्री केअभिलेख, कंप्यूटर हार्डडिस्क, लैपटॉप सहित अन्य कागजात जब्त कर लिये हैं़ बैंकों के खातों में नोटबंदी के दौरान 20 करोड़ रुपये जमा किये जाने के पुख्ता प्रमाण भी मिले हैं। जबकि पिछले कई सालों के दौरान इन बैंक खातों में 25 से 30 लाख रुपये ही जमा किया गया था़ आयकर सूत्रों की मानें तो करोड़ों रुपये की कर चोरी की खुलासा से इंकार नहीं किया जा सकता है़ सर्राफा व्यवसायी के निवास से 20 लाख से रुपये अधिक नकदी और ज्वेलरी मिली है। जिसका कोई साक्ष्य प्रस्तुत नहीं किया गया, जिसे जब्त कर लिया गया है और इसकी पड़ताल की जा रही है़