बिल्डर के देशभर में स्थित 22 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी

इलाहाबाद में छह स्थानों पर पड़े छापे, देर रात तक जारी रही टीम की कार्रवाई

ALLAHABAD: पेनाल्टी देकर ब्लैकमनी को ह्वाइट में कन्वर्ट कराने की योजना की अवधि पूरी होने के बाद इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने आपरेशन ब्लैकमनी की खोज शुरू कर दिया है। बुधवार को डिपार्टमेंट की टीम ने एक नामी बिल्डर के देशभर में स्थित 22 ठिकानो पर एक साथ छापेमारी की। सुबह से शुरू हुई कार्रवाई बिल्डर के मकान और ऑफिस में देर रात तक जारी थी। कोई भी अफसर छापे में क्या मिला? यह बताने को तैयार नहीं था। कोई यह भी बताने को तैयार नहीं हुआ कि यह छापा है या सर्वे। इसे लेकर कारोबारियों में दहशत का माहौल रहा।

इलाहाबाद के अलावा लखनऊ-दिल्ली में छापे

शहर के सिविल लाइंस मोहल्ले में स्थित इस बिल्डर के ऑफिस और घर पर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की टीम गजटेड अफसर गवाहों के साथ सुबह आठ बजे ही पहुंच गई थी। बिल्डर ने अपना कारोबार लखनऊ और दिल्ली में भी फैला रखा है। दोपहर में पता चला कि छापे की कार्रवाई एक साथ कुल 22 स्थानों पर चल रही है। ये या तो बिल्डर के ऑफिस हैं या फिर आवास। बिल्डर के भाई के घर भी टीम ने धावा बोला। ऑफिस में मौजूद सभी कागजात अपने कब्जे में ले लिए और किसी के भी घर से आने-जाने पर पाबंदी लगा दी।

शादी की गाड़ी लेकर पहुंचे

बुधवार की सुबह करीब आठ बजे इनकम टैक्स की टीम जिस गाड़ी से पहुंची उस पर एक शादी का पोस्टर लगा हुआ था। दोनों भाइयों के घर एक साथ पहुंची टीम ने घर में दाखिल होने के साथ ही किसी के बाहर निकलने या भीतर आने पर पाबंदी लगा दी। गाड़ी पर अरुण वेड्स सौम्या लिखा देखकर किसी को संदेह भी नहीं हुआ कि इसमें इनकम टैक्स के ऑफिसर हो सकते हैं।

बेनामी सम्पत्ति का खुलासा!

इस बिल्डर को शहर का रिप्यूटेड माना जाता है। पंजाबी कालोनी में आज भी दोनो भाइयों का परिवार रहता है। इनके संबंध प्रदेश सरकार के एक काबीना मंत्री से बेहद क्लोज हैं। इसी के दम पर इलाहाबाद से लेकर लखनऊ तक उसने अपना कारोबार फैला लिया। सूत्रों का कहना है कि इस बिल्डर के पास बड़ी मात्रा में बेनामी सम्पत्ति और ब्लैकमनी मिली है। लेकिन, ऑफिशियल इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है।