समस्या

संक्रमित ब्लड डोनर्स की संख्या बढ़ी

इस खून की कोई कीमत नहीं होती

- हर साल फेंकना पड़ता है सैकड़ों यूनिट ब्लड

- संक्रमित ब्लड देने वालों की संख्या बढ़ी

पारुल सिंघल

मेरठ। रक्तदान की कमी के चलते शहर के सरकारी ब्लड बैंक खून की कमी से जूझ रहे हैं। दूसरी ओर संक्रमित ब्लड डोनर्स की संख्या ज्यादा होने से हर साल सैकड़ों यूनिट ब्लड डिस्कार्ड करना पड़ रहा है। स्थिति यह हो गई है कि संक्रमित रक्तदान ज्यादा होने से ब्लड बैंक्स में खतरा बढ़ गया है। वहीं लोगों को जरूरत के समय खून नहीं मिल पा रहा है।

यह है स्थिति

मेडिकल कॉलेज में पांच सालों में संक्रमित ब्लड डोनर्स की संख्या देखें तो 2013 में जहां सिर्फ 90 यूनिट ब्लड संक्रमित मिला, वहीं 2014 में 92 , 2015 में 123, जबकि 2016 में 231 और 2017 में अब तक 330 यूनिट ब्लड संक्रमित मिल चुका है। जबकि जिला सरकारी अस्पताल का आंकड़ा देखें तो वर्ष 2014 में 227 यूनिट ब्लड डिस्कार्ड करना पड़ा। वहीं वर्ष 2015 में 175 यूनिट ब्लड खराब हुआ। 2016 में 198 यूनिट ब्लड डिस्कार्ड करना पड़ा।

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यह है खतरा

रक्तदान के लिए आने वाले डोनर्स में एड्स, हेपेटाइटिस-बी व हेपेटाइटिस-सी जैसी संक्रमित बीमारियां पाई जाती हैं। बिना जांच के ब्लड सैंपल्स को किसी भी रिसीवर को नहीं दिया जा सकता है। संक्रमित ब्लड देने की स्थिति में ब्लड बैंक के इंचार्ज समेत पूरी टीम को सुप्रीम कोर्ट की रूलिंग के हिसाब से सीधे जेल भेजने का प्रावधान हैं।

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ऐसे होता है डिस्कार्ड

संक्रमित खून को रखने में ब्लड बैंक को काफी एहतियात बरतनी पड़ती है। संक्रमित खून को रखने के लिए अलग से फ्रीज करना पड़ता है। जिसके बाद इन्हें डिस्कार्ड करने के लिए ऑटोक्लेव मशीन में 45 मिनट तक 125 डिग्री पर हीट किया जाता है। हीट करने के बाद उसके क्लॉट्स बन जाते हैं और सभी वायरस खत्म हो जाते हैं। इसके बाद सिनर्जी वेस्ट मैनेजमेंट इसको ले जाकर डंप करते हैं।

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इनका है कहना

रक्तदान कैंप बढ़ने लगे हैं। ऐसे में बहुत से लोग ब्लड दे जाते हैं। ब्लड के बदले ब्लड देने से भी कई बार पेशेंट संक्रमित ब्लड डोनेट करवा देते हैं।

-डॉ। सचिन सिंह

एमएस, मेडिकल कॉलेज

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संक्रमित ब्लड की वजह से हमें कई यूनिट ब्लड हर साल डिस्कार्ड करना पड़ता है। जबकि रक्तकोष में पहले ही खून की कमी रहती है। इससे काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।

डॉ। कौशलेंद्र, ब्लड बैंक इंचार्ज, जिला सरकारी अस्पताल