नई दिल्ली (आईएएनएस)। भारत बनाम ऑस्‍ट्रेलिया के बीच दिल्‍ली में दूसरा टेस्‍ट खेला जाना है। यह टेस्‍ट भारत के टॉप आर्डर बल्‍लेबाज चेतेश्‍वर पुजारा के लिए काफी खास है। पुजारा दिल्‍ली के कोटला मैदान में उतरने ही 100 टेस्‍ट मैच खेलने वाले 13वें भारतीय क्रिकेटर बन जाएंगे। अपने टेस्‍ट करियर को याद करते हुए पुजारा ने कहा, कि डेब्‍यू मैच में उनकी 72 रन की पारी बेहद महत्वपूर्ण पारी थी। पुजारा ने अक्टूबर 2010 में बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी मैच में अपना टेस्ट डेब्यू किया था, जिसमें 207 के सफल चेज में उन्‍होंने 72 रन बनाए थे और उन्हें राहुल द्रविड़ से पहले बैटिंग पर भेजा गया था।

डेब्यू पर 72 रन बनाए
पुजारा ने कहा, 'मैं यहां अपनी दो खास पारियों को याद करना चाहूंगा। उनमें से कुछ का मैं यहां उल्लेख कर सकता हूं, जैसे कि जब मैंने डेब्यू पर 72 रन बनाए थे, तो मुझे लगा कि यह मेरे क्रिकेट करियर की सबसे महत्वपूर्ण पारियों में से एक है क्योंकि मैं बहुत नर्वस था। अगर मैंने वे रन नहीं बनाए होते तो शायद मैं अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेल रहा होता। इसलिए, वह पारी बहुत खास थी।' पुजारा ने आगे कहा, 'चिन्नास्वामी स्टेडियम में 2017 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 92 रन मेरी पसंदीदा पारियों में से एक थी। इसके अलावा, दक्षिण अफ्रीका में मेरा पहला विदेशी शतक, मैंने दूसरी पारी में 155 रन बनाए। फिर, एडिलेड में 123 और आखिरी टेस्ट (2021 में) गाबा में, जहां मैंने 56 रन बनाए और कई बार शरीर पर चोट लगी।'

चुनौती है पसंद
दाएं हाथ के बल्‍लेबाज ने मौजूदा सीरीज को लेकर कहा कि, 'ऑस्ट्रेलिया हमेशा एक मजबूत टीम रही है, जिसके खिलाफ हमने वास्तव में एक शानदार श्रृंखला खेली थी। इंग्लैंड और न्यूजीलैंड भी विरोधियों को चुनौती दे रहे हैं। उनके खिलाफ हमारा प्रदर्शन वास्तव में अच्छा रहा है, क्योंकि जब हमें चुनौती दी जाती है, तो हम टीम की क्षमता को जानते हैं। खिलाड़ी वापस लड़ने और उस चुनौती को स्वीकार करने और दुनिया की नंबर एक टीम बनने के लिए तैयार हैं। जब भी मैं बल्लेबाजी के लिए उतरता हूं, मुझे ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कभी फ्री रन नहीं मिलते।'

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