मोहाली (पीटीआई)। भारतीय ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने रविवार को कहा कि जब उन्होंने अपने करियर की शुरुआत की थी तब उन्हें नहीं पता था कि एक दिन वह कपिल देव का रिकाॅर्ड तोड़ेंगे। अपने 85वें मैच में खेलते हुए, 35 वर्षीय अश्विन ने महान कपिल के 434 टेस्ट विकेट को पीछे छोड़ते हुए सबसे लंबे फाॅर्मेट में भारत के दूसरे सबसे सफल गेंदबाज बन गए। उन्होंने यह उपलब्धि तब हासिल की जब उन्होंने पहले टेस्ट में श्रीलंका की दूसरी पारी के दौरान चरित असलांका को आउट किया। यह उनका 435वां टेस्ट विकेट था। भारत ने यह टेस्ट पारी और 222 रन के अंतर से जीता।

कभी नहीं सोचा था कि स्पिनर बनूंगा
कपिल के 131 मैचों में 434 विकेट लिए थे। वहीं महान अनिल कुंबले 619 विकेट के साथ चार्ट में सबसे ऊपर हैं, उन्होंने 132 मैचों में ये विकेट झटके हैं। श्रीलंका पर भारत की जीत के बाद अश्विन ने अपने इंस्टाग्राम पेज पर लिखा, "28 साल पहले, मैं महान कपिल देव को विश्व रिकॉर्ड बनाते देख रहा था। उस वक्त मुझे नहीं पता था कि मैं ऑफ स्पिनर बनूंगा और अपने देश के लिए खेलूंगा और यहां तक ​​कि दिग्गजों से आगे निकल जाऊंगा। इस खेल ने मुझे अब तक जो कुछ दिया है, मैं उससे खुश और आभारी हूं।"

लगातार कड़ी गेंदबाजी की
अश्विन ने कहा कि श्रीलंका के खिलाफ पहले मैच में विकेट हासिल करना आसान नहीं था और उन्हें लगातार कड़ी गेंदबाजी करनी पड़ी। तीन दिनों के भीतर समाप्त हुए मैच के बाद अश्विन ने कहा, "पिच वास्तव में अच्छी थी, जब वे बचाव कर रहे थे तो बल्लेबाजों को आउट करना आसान नहीं था। आपको निरंतर अवधि के लिए कड़ी गेंदबाजी करनी थी। मुझे लगता है कि शमी और जसप्रीत ने अंत से दबाव बनाया।' अश्विन ने रवींद्र जडेजा के मैच जीतने के प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि स्पिन ऑलराउंडर ने अपनी बल्लेबाजी में साल दर साल काफी सुधार किया है। बता दें जडेजा ने इस मैच में नाबाद 175 रन की पारी खेली और मैच में नौ विकेट लिए।

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