हैदराबाद (एएनआई)। कृष्णा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (केआईएमएस) के निदेशक (मेडिकल) डॉ संबित ने चेतावनी देते हुए कहा कि हमें जनवरी के अंत तक कोविड​​​​-19 संख्या में वृद्धि की उम्मीद है क्योंकि हम दुनिया से अलग नहीं हैं। अब तक हमने कोविड-19 मामलों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि नहीं देखी है, लेकिन यह धीरे-धीरे छल रहा है। हम निश्चित ताैर नहीं कह सकते हैं कि यह एक ओमिक्रोन वेरिएंट या डेल्टा वेरिएंट है क्योंकि इसके लिए अनुवांशिक परीक्षण की आवश्यकता है। अधिकतर बुखार, सिरदर्द, जुकाम और खांसी से पीड़ित हैं।

पहले ही एक सबक सीखा

वहीं 18 साल से कम उम्र के लोगों के बारे में बात करते हुए डॉ संबित ने कहा जिन्हें अभी तक टीका नहीं लगाया गया है वे नया साल या क्रिसमस इकट्ठा होने से बचने की कोशिश करें। हमने पिछले साल पहले ही एक सबक सीखा है। याद रखें और कोविड प्रोटोकॉल का पालन करें जैसे कि हाथ साफ करना, फेस मास्क पहनना और सामाजिक दूरी आदि है। डॉ संबित ने कहा, जल्द ही तीसरी लहर की आशंका है। अस्पताल ऑक्सीजन, वैक्सीन और दवाओं जैसी सभी चिकित्सा सुविधाओं के साथ तैयार होने की बात कर रहे हैं।

ये चार प्रमुख लक्षण हैं

दुनिया जिस तरह का सामना कर रही होगी, हम आने वाले दिनों में उसी का सामना करेंगे। वहीं सीनियर कंसल्टेंट इंटरनल मेडिसिन डाॅक्टर प्रवीण ने कहा कि यह कहना जल्दबाजी होगी कि केस ओमिक्रोन हैं या डेल्टा वेरिएंट लेकिन लक्षणों के अनुसार हम कह सकते हैं कि ये कोविड-19 मामले हैं। उन्होंने कहा कि चार प्रमुख लक्षण हैं जो वैश्विक महामारी कोविड-19 से डेल्टा और ओमिक्रोन वेरिएंट को काफी हद तक अलग करते हैं, ये थकान, जोड़ों का दर्द, सर्दी और तेज बुखार जैसे 102 तापमान, 108 तापमान हैं।

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