नई दिल्ली (एएनआई) भारत के पास मजबूत आर्थिक आधार है और यह उन मल्टीनेशनल कॉर्पोरेशन को आकर्षित कर सकते हैं जो कोरोना वायरस महामारी को देखते हुए चीन से अपना मैन्युफैक्चरिंग बेसेज को शिफ्ट करना चाहते हैं। सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने शनिवार को यह बात कही है। उन्होंने कहा, 'भारत के लिए जबरदस्त अवसर है और हमें उस अवसर को हासिल करने के प्रयास करने होंगे। सभी बड़ी कंपनियों का भारत में स्वागत है। देश में लगभग छह साल पहले की तुलना में अब 150 मोबाइल फोन विनिर्माण इकाइयां हैं।' यहां तक कि व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण और वेंटिलेटर भी देश के भीतर बनाए जा रहे हैं।

मजदूरों के लिए बसों और ट्रेनों की उपलब्धता

जावड़ेकर ने कहा, 'लॉकडाउन खत्म होने के बाद सभी उद्योग शुरू हो जाएंगे। भारतीय अर्थव्यवस्था की नींव मजबूत है। दूसरा, आंतरिक मांग बहुत है।' उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने बसों और ट्रेनों की उपलब्धता सहित प्रवासी मजदूरों के लिए विस्तृत व्यवस्था की है। जावड़ेकर ने कहा कि कोविड-19 लॉकडाउन के कारण कोई बड़ी नौकरी का नुकसान नहीं होगा। बता दें कि गृह मंत्रालय ने लॉकडाउन को 17 मई तक बढ़ा दिया है, इसके बाद ही मंत्री का यह बयान सामने आया है। इससे पहले, जावड़ेकर ने कहा था कि केंद्र सरकार ने उज्ज्वला योजना के तहत गरीबों व प्रवासी मजदूरों के लिए मुफ्त सिलेंडर के अलावा एक राहत पैकेज की घोषणा की है।

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