नई दिल्ली (आईएएनएस)। थोक मूल्यों पर आधारित भारत की वार्षिक मंहगाई की दर मार्च में घटकर 1 प्रतिशत हो गई, जो फरवरी में 2.26 प्रतिशत थी। बुधवार को जारी हुए आधिकारिक आंकड़ों से पता चलता है कि मार्च में गिरावट देश में खाद्य कीमतों में भारी गिरावट के कारण हुई है। मार्च में खाद्य महंगाई दर पिछले महीने के 7.79 प्रतिशत से घटकर 4.91 प्रतिशत पर आ गई। साल-दर-साल (YoY) आधार पर, सोमवार को वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय द्वारा होलसेल प्राइज इंडेक्स (WPI) डेटा ने मार्च के दौरान गिरावट का रुख दिखाया, क्योंकि इसी महीने 2019 में महंगाई दर 3.10 प्रतिशत तक बढ़ गई थी।

पिछले वर्ष की इस टाइम महंगाई दर 3.10 प्रतिशत थी

मंत्रालय ने भारत में 'मार्च के लिए होलसेल प्राइज इंडेक्स की समीक्षा में कहा, वित्त वर्ष में अब तक की महंगाई दर का निर्माण 1 प्रतिशत है जो कि पिछले वर्ष की इसी अवधि में 3.10 प्रतिशत था। माना जा रहा है कि लॉकडाउन के कारण बाजार में मांग कम रही और माल की उपलब्धता बनी रही। होलसेल प्राइज इंडेक्स पर आधारित मंहगाई दर प्राइमरी आर्टिकल ग्रुप से 'फूड आर्टिकल' और मैनुफैक्चरिंग फूड ग्रुप से 'फूड प्रोडक्ट' फरवरी 2020 में 7.31 प्रतिशत से घटकर मार्च 2020 में 5.49 प्रतिशत हो गया।

फ्यूल और पाॅवर कैटेगरी में 3.1 प्रतिशत की गिरावट आई

इसके अलावा मैनुफैक्चर्ड चीजों का इंडेक्स मार्च में स्थिर रहा लेकिन फ्यूल और पाॅवर कैटेगरी में 3.1 प्रतिशत की गिरावट आई। वहीं फूड आर्टिकल ग्रुप के इंडेक्स में भी 2.1 प्रतिशत की गिरावट आई। मैनुफैक्चर में महंगाई दर स्थिर रहा।

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