कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। वर्ल्ड चैंपियन बेल्जियम ने मंगलवार को भारत को 5-2 से हराकर टोक्यो खेलों में पुरुष हॉकी फाइनल में जगह बनाई। इसी के साथ 2016 के रियो ओलंपिक में रजत पदक विजेता बेल्जियम को स्वर्ण पदक हासिल करने का एक नया मौका मिला। बेल्जियम ने खेल में दो मिनट से भी कम समय में बढ़त बना ली जब डिफेंडर लोइक लुयपर्ट ने पेनल्टी कार्नर पर गोल किया।

भारत का डिफेंस चूक गया
आठ बार के ओलंपिक चैंपियन भारत, जिसने पिछली बार 1980 के मास्को खेलों में शीर्ष पुरस्कार का दावा किया था, उसने स्कोर को बराबर किया और फिर हरमनप्रीत सिंह और स्ट्राइकर मनदीप सिंह के गोलों के माध्यम से 2-1 से लीड बनाई। मगर ये लीड ज्यादा देर तक रह नहीं सकी। बेल्जियम ने चौथे क्वाॅर्टर में आक्रामक खेल दिखाया और भारत लगातार पीछे होता गया। अंत में एक वक्त ऐसा आया जब भारतीय टीम को एक एक्स्ट्रा स्ट्राइकर की जरूरत थी और गोल कीपर को बाहर भेज दिया।

अब ब्रांज का है मौका
गोल कीपर के बाहर जाते ही गोल पोस्ट खाली देख बेल्जियम ने एक गोल और कर दिया और भारत ने 5-2 से पीछे रह गया। इसी के साथ भारतीय मेंस हाॅकी टीम के गोल्ड जीतने की उम्मीदें टूट गई। हालांकि भारत को अभी एक पदक मिल सकता है। गुरुवार को गोल्ड मेडल के मुकाबले में अब बेल्जियम का सामना ऑस्ट्रेलिया या जर्मनी से होगा। इस मैच में हारने वाली टीम भारत से कांस्य पदक के लिए खेलेगी।