ग्लोबल रैंकिंग में भारत पीछे

भारत में ब्रॉडबैंड की हकीकत क्या है, इसका आकलन यूएन रिपोर्ट में किया जा सकता है। दरअसल यूएन ने ब्रॉडबैंड विस्तार को लेकर एक रिपोर्ट जारी की है। जिसमें संयुक्त राष्ट्र ब्रॉडबैंड आयोग ने भारत में ब्रॉडबैंड की हकीकत से रूबरु करवाया है। हालांकि कुछ दिनों बाद सतत विकास लक्ष्यों को लेकर शिखर सम्मेलन और इसके साथ ही 26 सितंबर को सतत विकास के लिए ब्रॉडबैंड आयोग की पैरलल बैठक आयोजित की जानी है। ऐसे में यह रिपोर्ट भारत में ब्रॉडबैंड की खराब स्िथति को दर्शाती है। हालांकि देश में इंटरनेट का उपयोग करने वालों के प्रतिशत के लिहाज से भारत ने थोड़ी प्रगति जरूर की है।

विश्व में 57 परसेंट लोग इंटरनेट से दूर

रिपोर्ट के मुताबिक, पूरी दुनिया में करीब 57 परसेंट लोग ऐसे हैं जो अभी भी इंटरनेट से दूर हैं। वह इंटरनेट के विशाल आर्थिक और सामाजिक लाभ का फायदा उठाने में नाकाम हैं। भारत 2014 में फिक्स्ड ब्रॉडबैंड कस्टमर्स के लिहाज से 189 देशों में 131वें स्थान पर रहा, जबकि सालभर पहले ऐसे कस्टमर्स की संख्या के लिहाज से वह 125वें स्थान पर आ गया था। इसके अलावा एक्टिव मोबाइल और ब्रॉडबैंड यूजर्स की संख्या में भारत 155वें स्थान पर है।

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