कानपुर। भारत बनाम बांग्लादेश के बीच दो मैचों की टेस्ट सीरीज का दूसरा और आखिरी मुकाबला 22-26 नवंबर के बीच कोलकाता में खेला जाएगा। यह डे-नाइट टेस्ट होगा। जिसको लेकर सभी काफी एक्साइटेड हैं। मगर क्या आपको पता है पांच दिनों तक चलने वाले मैच को टेस्ट क्यों कहा जाता है। आइए जानें क्रिकेट इतिहास से जुड़े ऐसे ही रोचक तथ्यों के बारे में.....

पहली बार यहां खेलते देखा गया था क्रिकेट

क्रिकेट का इतिहास काफी पुराना है। मगर पहली बार साल 1550 में सरे के गिल्डफोर्ड इलाके में लोगों को क्रिकेट खेलते देखा गया। वहीं 1598 में पहली बार दुनिया ने क्रिकेट शब्द का नाम सुना क्योंकि तब फ्लोरियो के इटालियन-इंग्लिश डिक्शनरी में क्रिकेट शब्द जोड़ा गया। वहीं पहला अनअफिशल मैच वील्ड (साउथ ईस्ट इंग्लैंड) बनाम अपलैंड (नाॅर्थ इंग्लैंड) के बीच केंट में 1610 में खेला गया था।

पहली बार इंग्लैंड के बाहर पहुंचा क्रिकेट

साल 1676 में पहली बार क्रिकेट इंग्लैंड के बाहर सीरीया के एलेप्पो में खेला गया। वहीं साल 1694 में जब किसी क्रिकेट मैच में पैसों को दांव पर लगाया गया। ये मैच इंग्लैंड के एक शहर लीव्स में खेला गया था जिसमें लोगों ने दो सिक्के (शीलिंग्स और सिक्सपेंस) दांव पर लगाए। वहीं 1697 में पहली बार 11-11 खिलाड़ियों से सजी दो टीमों के बीच 50 गिन्नियों के लिए मैच खेला गया। ये मुकाबला ससेक्स में आयोजित किया गया था।

पहली बार बनाए गए क्रिकेट नियम

साल 1744 में पहली बार क्रिकेट में नियम बनाए गए। लंदन क्लब ने एक नोट जारी करते हुए कहा कि पिच 22 यार्ड की होनी चाहिए। वहीं 1771 में पहली बार बैट की चौड़ाई निर्धारित की गई। नियम के मुताबिक, बैट 4.25 इंच का चौड़ा होना चाहिए।

पहली बार LBW का नियम आया

साल 1774 में क्रिकेट में पहली बार एलबीडब्ल्यू को लेकर नियम बनाया गया। इसके बाद 1787 में Marylebone Cricket Club यानी MCC का गठन किया गया। एमसीसी ने क्रिकेट के नियमों को फिर से रिवाइज किया। साल 1795 में पहली बार किसी बल्लेबाज को एलबीडब्ल्यू आउट दिया गया हालांकि ये क्लब मैच ही था। वहीं 1807 में पहली बार किसी गेंदबाज ने राउंड आर्म एक्शन में गेंदबाजी की। इस गेंदबाज का नाम जाॅन विल्स था।

पहली बार महिलाओं ने खेला मैच

साल 1811 में पहला वुमेन काउंटी मैच खेला गया। ये मैच लंदन के बाॅल्स पाॅन्ड में सरे बनाम हैंपशाॅयर के बीच खेला गया था। साल 1836 में बैटिंग पैड का आविष्कार हुआ।

पहली बार विकेटकीपिंग ग्ल्व्स का इस्तेमाल

साल 1850 में पहली बार क्रिकेट मैच में विकेटकीपिंग ग्लव्स का इस्तेमाल हुआ। वहीं 1858 में क्रिकेट जगत की पहली हैट्रिक देखने को मिली, हालांकि ये कोई इंटरनेशनल मैच नहीं था।

पहला टेस्ट मैच खेला गया

साल 1877 में पहला टेस्ट मैच खेला गया। मेलर्बन में ऑस्ट्रेलिया बनाम इंग्लैंड के बीच आयोजित इस मैच में कंगारुओं को 45 रन से जीत मिली।  इसी के साथ ऑस्ट्रेलिया पहला टेस्ट जीतने वाली टीम बन गई।

पांच दिनी मैच का क्यों पड़ा टेस्ट नाम

क्रिकेट के शुरुआती दिनों में, तीन या चार दिनों में मैच खेले जाते थे। माइकल राउंडेल के डिक्शनरी ऑफ क्रिकेट के अनुसार टेस्ट शब्द का सीधा संकेत है कि खेलों की श्रृंखला को दोनों पक्षों की ताकत का 'परीक्षण' माना जाता है। इसके बाद जब 1877 में जब ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड ने पहला इंटरनेशनल मैच खेला तो इसे टेस्ट नाम दिया गया।

एक ओवर में छह गेंद का नियम

साल 1900 में एक ओवर में छह गेंद का नियम बनाया गया। वहीं साल 1909 में  Imperial Cricket Conference यानी ICC का जन्म हुआ। इसका निर्माण इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका ने मिलकर किया। हालांकि अब ICC को International Cricket Council के नाम से जाना जाता है।

बाउंड्री पार सिक्स का नियम

साल 1910 में बाउंड्री पार सीधे गेंद गिरने पर छक्का देने का नियम बनाया गया। आपको जानकर हैरानी होगी इससे पहले क्रिकेट में सिक्स तभी दिया जाता था जब गेंद मैदान के बाहर पहुंच जाए।

भारत ने पहला टेस्ट मैच खेला

साल 1932 में भारत ने पहला टेस्ट मैच खेला। तब से भारतीय टीम अब तक कुल 539 टेस्ट मैच खेल चुकी है। जिसमें 156 में भारत को जीत मिली वहीं 165 मैच हार गए। जबकि 217 मैच ड्रा रहे और एक टाई रहा।

भारत का पहला डे-नाइट टेस्ट

शुक्रवार को टीम इंडिया जब बांग्लादेश के खिलाफ कोलकाता के ईडन गार्डन में उतरेगी, तो टीम इंडिया को भी डे-नाइट टेस्ट खेलने का दर्जा हासिल हो जाएगा।

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