कानपुर। भारत बनाम बांग्लादेश के बीच दो मैचों की टेस्ट सीरीज का दूसरा और आखिरी मुकाबला शुक्रवार से कोलकाता में खेला जाएगा। ईडन गार्डन में खेला जाने वाला यह टेस्ट डे-नाइट होगा। भारत और बांग्लादेश दोनों टीमों का यह पहला डे-नाइट टेस्ट होगा। यही नहीं भारत में भी पहली बार इस तरह का कोई टेस्ट खेला जा रहा। ऐसे में प्लेयर्स से लेकर फैंस तक, हर कोई इस ऐतिहासिक टेस्ट के लिए काफी एक्साइटेड है। बतौर क्रिकेट प्रशंसक आपके मन में इस टेस्ट से जुड़े कई सवाल होंगे, आइए जानिए उनके जवाब...

क्यों खेला जा रहा गुलाबी गेंद क्रिकेट

गुलाबी गेंद क्रिकेट के पीछे की असल वजह टेस्ट क्रिकेट को जिंदा रखना है। क्रिकेट जगत में जब से टी-20 इजात हुआ है, फैंस का क्रिकेट के सबसे बड़े फाॅर्मेट के प्रति रुझान कम हुआ है। ऐसे में टेस्ट क्रिकेट में बदलाव कर उसे रोचक बनाने की कोशिश हो रही। डे-नाइट टेस्ट के आयोजन की बड़ी वजह यही है। साथ ही गेंद का रंग बदलकर भी खिलाड़ियों और फैंस को एक्साइटेड किया गया।

भारत कैसे हुआ राजी?
टीम इंडिया का इतनी देर से डे-नाइट टेस्ट खेलने की वजह भारतीय टीम मैनेजमेंट है। दरअसल बीसीसीआई पहले नहीं चाहता था कि भारत इस दिन-रात्रि टेस्ट का हिस्सा बने। पिछले साल भारतीय टीम जब ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गई थी तब क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने एडिलेड टेस्ट को रोशनी के नीचे खेलने के लिए कहा मगर भारत ने साफ मना कर दिया था। भारत टीम के कोच रवि शास्त्री ने तब क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को सूचित किया था कि गुलाबी गेंद के टेस्ट की तैयारी में टीम को कम से कम 18 महीने लगेंगे। खैर अब जब पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली बीसीसीआई के नए अध्यक्ष बने, उन्होंने डे-नाइट टेस्ट खेलने की पहल की।


पहला डे-नाइट टेस्ट कब खेला गया था?
पहला डे / नाइट टेस्ट 2015 में ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच एडिलेड में खेला गया था। ऑस्ट्रेलिया ने वो मैच 3 विकेट से जीता। अभी तक कुल 11 डे / नाइट मैच खेले गए हैं, और उन सभी में एक विजेता था। ऑस्ट्रेलिया गुलाबी गेंद वाले क्रिकेट में अब तक का सबसे सफल पक्ष है, जिसने अपने सभी पांच मैच जीते जो सभी घर पर खेले गए थे। श्रीलंका तीन में से दो जीत के साथ सूची में दूसरे स्थान पर है। इंग्लैंड, दक्षिण अफ्रीका और न्यूजीलैंड ने एक-एक टेस्ट जीता है।

पिंक बॉल टेस्ट में अब तक के दिलचस्प आंकड़े
इंग्लैंड के न्यूजीलैंड दौरे के दौरान, ट्रेंट बाउल्ट और टिम साउथी की जोड़ी ने खतरनाक गेंदबाजी कर पूरी इंग्लिश टीम को 58 रन पर समेट दिया था। डे-नाइट टेस्ट में किसी भी टीम द्वारा बनाया यह अब तक का सबसे कम स्कोर है। हालांकि उस मैच में इंग्लैंड ने अपनी दूसरी पारी में 320 रन बनाए मगर न्यूजीलैंड ने यह मैच एक पारी और 49 रन से जीत लिया था। स्पिनरों की बात करें तो देवेंद्र बिशू के दुबई में 8/49 गुलाबी गेंद के साथ सबसे अच्छे आंकड़े हैं।

ईडन गार्डन में ऐतिहासिक टेस्ट के लिए मैच और सत्र का समय

सीएबी के सचिव अभिषेक डालमिया ने बताया कि यह मैच प्रत्येक दिन दोपहर 1 बजे IST से शुरू होगा, और 40 मिनट के लंच ब्रेक के बाद 3.40 बजे IST फिर से शुरू होगा। शाम 5.40 बजे आईएसटी पर चाय ब्रेक के बाद, अंतिम सत्र शाम 6 से 8 बजे के बीच आयोजित किया जाएगा।

किसने क्या कहा गुलाबी गेंद के बारे में

भारत के कप्तान विराट कोहली ने कहा है कि बांग्लादेश के खिलाफ गुलाबी गेंद से टेस्ट खेलने को लेकर टीम काफी उत्साहित है। कोहली ने कहा, "यह काफी रोमांचक है।" "मुझे लगता है कि यह टेस्ट क्रिकेट में उत्साह लाने का एक नया तरीका है। हम सभी इसके बारे में बहुत उत्साहित हैं। कल मैंने जो गुलाबी गेंद खेली, मुझे लगा कि यह लाल गेंद की तुलना में बहुत अधिक स्विंग करता है क्योंकि गेंद पर अतिरिक्त लाह है। बहुत तेजी से दूर नहीं जाता है। और सीम बिल्कुल थोड़ा ऊपर रखती है।

 

Cricket News inextlive from Cricket News Desk