कानपुर। इंडिया बनाम बांग्लादेश के बीच दो मैचों की टेस्ट सीरीज का दूसरा और आखिरी टेस्ट कोलकाता में खेला जा रहा। यह पिंक बाॅल टेस्ट है जिसमें पहले दिन भारतीय पेसर्स का जलवा रहा। बांग्लादेश ने टाॅस जीतकर पहले बैटिंग का फैसला लिया, मगर पूरी टीम 106 रन पर ढेर हो गई। मेहमानों को इतनी जल्दी समेटने में भारतीय तेज गेंदबाजों का अहम रोल रहा। बांग्लादेश के सभी 10 विकेट तेज गेंदबाजों ने लिए। भारतीय टेस्ट क्रिकेट इतिहास में यह चौथा मौका है जब स्पिनर्स खाली हाथ लौटे।
चौथी बार तेज गेंदबाजों ने किया विपक्षी टीम को ऑलआउट
टेस्ट इतिहास पर नजर डालें तो भारतीय जमीं पर स्पिनर्स का जलवा हमेशा रहता है। मगर शुक्रवार को कोलकाता टेस्ट में बांग्लादेश की पहली पारी में जब भारतीय तेज गेंदबाजों ने कहर बरपाया तो स्पिनर्स को जादू दिखाने का वक्त ही नहीं बचा। बांग्लादेश के पूरे 10 विकेट तेज गेंदबाजों ने लिए। इसमें पांच विकेट ईशांत शर्मा ने, उमेश यादव ने तीन और मोहम्मद शमी ने दो विकेट चटकाए। टीम इंडिया का पिछला टेस्ट इतिहास देखें तो भारतीय जमीं पर यह चौथा मौका है जब विरोधी टीम के सभी विकेट सिर्फ पेसर्स ने लिए हों।
पहली बार 1981 में हुआ था ये कमाल
घर पर भारतीय तेज गेंदबाजों ने विरोधी टीम के सारे विकेट पहली बार 1981 में लिए थे। उस वक्त इंग्लिश टीम भारत दौरे पर आई थी और यह मुकाबला मुंबई में खेला गया। तब इंडियन पेसर्स ने 93 रन देकर पूरी इंग्लैंड की टीम को समेट दिया था। इसके बाद 1983 में वेस्टइंडीज के खिलाफ भी भारतीय तेज गेंदबाजों ने यही करिश्मा दोहराया।
2017 में श्रीलंका को समेटा था
भारत बनाम बांग्लादेश कोलकाता टेस्ट से पहले आखिरी बार भारत ने यह कमाल 2017 में किया था। तब श्रीलंकाई टीम भारत दौरे पर आई थी और इंडियन पेसर्स ने 272 रन देकर पूरी श्रीलंकन टीम को ऑलआउट कर दिया था।
ईशांत ने झटके पांच विकेट
बांग्लादेश को जल्दी समेटने में तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा का अहम योगदान रहा। ईशांत ने 22 रन देकर पांच विकेट हासिल किए। बता दें ईशांत ने एक पारी में पांच विकेट लेने का कारनामा 10वीं बार किया है। यही नहीं घर पर ईशांत को पांच विकेट झटकने में 12 साल लग गए। आखिरी बार 2007 में पाकिस्तान के खिलाफ भारतीय जमीं पर ईशांत ने पांच विकेट हासिल किए थे।
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