कानपुर। भारत बनाम बांग्लादेश के बीच दो मैचों की टेस्ट सीरीज का दूसरा और आखिरी मुकाबला 22-26 नवंबर के बीच कोलकाता के ईडन गार्डन में खेला जाएगा। यह भारत का पहला डे-नाइट टेस्ट होगा, साथ ही भारत में पहली बार इस तरह का टेस्ट आयोजित हो रहा। ऐसे में फैंस से लेकर प्लेयर तक इस मैच को लेकर काफी एक्साइटेड हैं। आइए इस मौके पर जानें भारत के पहले टेस्ट से लेकर पहले डे-नाइट टेस्ट तक के सफर के बारे में...

1932 में खेला था पहला टेस्ट

भारत ने अपना पहला टेस्ट मैच 1932 में लॉर्ड्स के मैदान में इंग्लैंड के खिलाफ खेला था। यह टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में भारत का पहला मैच था। इस टेस्ट मैच में भारत की कप्तानी सी.के. नायडू ने की थी। सी के नायडू ने क्रिकेट खेलना उस उम्र में शुरु किया था जिस उम्र में अब खिलाडी रिटायर होने लगते है। वह 68 साल तक फिट रहकर क्रिकेट खेलते रहे थे। हालांकि नायडू इस मैच में भारत को जीत नहीं दिला पाए और टीम इंडिया को यह मैच 158 रन से हारना पड़ा था।

india vs bangladesh: पहले टेस्ट से लेकर डे-नाइट टेस्ट तक,टीम इंडिया के 539 मैचों का ऐसा रहा सफर

20 साल बाद मिली पहली जीत

भारत को टेस्ट में पहली जीत हासिल करने में करीब 20 साल लग गए थे। 1932 में पहला टेस्ट खेलने के बाद 1952 तक भारत ने कुल 24 टेस्ट खेले मगर जीत का खाता नहीं खुला। फिर 1952 में चेन्नई में विजय हजारे की कप्तानी में इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए मैच में भारत को पारी और आठ रन से जीत मिली। इसी के साथ हजारे भारत को पहली टेस्ट जीत दिलाने वाले कप्तान बन गए।

घर के बाहर पहली टेस्ट जीत

साल दर साल टीम इंडिया टेस्ट सफर बढ़ता गया मगर विदेश में पहली जीत हासिल करने में भारत को तीन दशक से ज्यादा का वक्त लग गया। क्रिकइन्फो पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक, भारत ने घर के बाहर पहला टेस्ट न्यूजीलैंड में 1968 में जीता था। पटौदी की कप्तानी में टीम इंडिया चार मैचों की टेस्ट सीरीज खेलने न्यूजीलैंड गई थी। सीरीज का पहला टेस्ट डुनेडिन में 15 से 20 फरवरी के बीच खेला गया। आखिरी पारी में भारत को जीत के लिए 200 रन का लक्ष्य मिला। इस बार भी टीम इंडिया की नैय्या अजीत वाडेकर ने पार लगाई। बाएं हाथ के बल्लेबाज वाडेकर ने 71 रन की पारी खेली। वहीं रुसी सूर्ति ने भी उपयोगी 44 रन बनाए जिसकी बदौलत भारत ने पांच विकेट खोकर यह लक्ष्य हासिल कर लिया। इसी के साथ भारत का विदेशी धरती पर टेस्ट जीत का खाता खुल गया। बता दें भारत ने इस दौरे पर सिर्फ टेस्ट मैच ही नहीं सीरीज भी अपने नाम की और नवाब पटौदी न्यूजीलैंड की धरती पर कोई टेस्ट सीरीज जीतने वाले पहले भारतीय कप्तान बन गए।

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इंग्लैंड में पहली टेस्ट सीरीज जीत

भारत बनाम इंग्लैंड टेस्ट क्रिकेट की शुरुआत 1932 में हुई थी। भारतीय टीम एक टेस्ट मैच की सीरीज खेलने इंग्लैंड दौरे पर गई थी। तब भारत के पहले टेस्ट कप्तान सीके नायडू ने इस मैच में टीम इंडिया की कमान संभाली थी। हालांकि भारत यह मैच हार गया था मगर पहली जीत के लिए टीम इंडिया को तकरीबन 40 साल लंबा इंतजार करना पड़ा। 1971 में अजीत वाडेकर की अगुआई में भारत ने तीन टेस्ट मैचों की सीरीज खेली। पहले दो मैच ड्रा रहने के बाद भारत के पास आखिरी मैच जीतकर इतिहास रचने का मौका था। भारत के पहले वनडे कप्तान भी रहे अजीत वाडेकर ने इस टेस्ट मैच को हाथ से नहीं जाने दिया। ओवल में खेला गया यह मैच भारत 4 विकेट से जीत गया इसी के साथ तीन मैचों की टेस्ट सीरीज 1-0 से अपने नाम की।

कुल 9 देशों में जाकर खेला टेस्ट मैच

1932 से लेकर अब तक टीम इंडिया ने कुल 9 देशों में जाकर टेस्ट मैच खेला है। इसमें श्रीलंका, वेस्टइंडीज, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, बांग्लादेश, न्यूजीलैंड, साउथ अफ्रीका, जिंबाब्वे और पाकिस्तान के देश शामिल हैं। इसमें साउथ अफ्रीका को छोड़ भारत ने हर देश में टेस्ट सीरीज जीती है।

किस देश में कब जीती पहली टेस्ट सीरीज

ऑस्ट्रेलिया में भारत ने विराट कोहली की कप्तानी में इसी साल टेस्ट सीरीज जीतकर इतिहास रचा था। इसके अलावा जिंबाब्वे में भारत ने पहली टेस्ट सीरीज 2005 में जीती तब टीम इंडिया के कप्तान सौरव गांगुली थे। भारत ने चिर-प्रतिद्वंदी पाकिस्तान के खिलाफ पहली टेस्ट सीरीज 2004 में जीती और ये जीत दो भारतीय कप्तानों ने मिलकर हासिल की थी। उस सीरीज में सौरव गांगुली और राहुल द्रविड़ ने कप्तानी की थी। बांग्लादेश में भारत को पहली टेस्ट सीरीज जीत 2001 में गांगुली की कप्तानी में मिली। पूर्व भारतीय कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन को श्रीलंका में पहली टेस्ट सीरीज जीतने के लिए याद किया जाता है। अजहर की कप्तानी में टीम इंडिया 1993 में टेस्ट सीरीज खेलने श्रीलंका गई जहां भारत को 1-0 से जीत मिली। इंग्लैंड में भारत ने 1971 में पहली टेस्ट सीरीज जीती। वहीं वेस्टइंडीज में भारत को पहली टेस्ट सीरीज जीत 1971 में मिली थी। उस वक्त टीम इंडिया के कप्तान अजित वाडेकर थे। साल 1967 में नवाब पटौदी की कप्तानी में भारत को विदेशी धरती पर पहली जीत मिली थी।

india vs bangladesh: पहले टेस्ट से लेकर डे-नाइट टेस्ट तक,टीम इंडिया के 539 मैचों का ऐसा रहा सफर

कुल 539 टेस्ट खेले इंडिया ने

भारत ने टेस्ट इतिहास में अब तक कुल 539 टेस्ट मैच खेले हैं जिसमें भारत को 156 मैचों में जीत मिली वहीं 165 मैच वो हार गए। यही नहीं 217 टेस्ट ड्रा रहे वहीं एक मैच टाई रहा था। टेस्ट में भारत का हाईएस्ट स्कोर 759 रन है वहीं न्यूनतम स्कोर 42 रन है।

भारत के लिए सबसे ज्यादा टेस्ट रन

टीम इंडिया के लिए सबसे ज्यादा टेस्ट रन बनाने वाले बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर हैं। सचिन सिर्फ भारत के नहीं पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा टेस्ट रन बनाने वाले बल्लेबाजों में टाॅप पर हैं। सचिन ने 200 टेस्ट खेलकर 53.78 की औसत से 15921 टेस्ट रन अपने नाम किए।

भारत के लिए सबसे ज्यादा टेस्ट शतक

भारत के लिए सबसे ज्यादा टेस्ट शतक लगाने वाले बल्लेबाज भी सचिन ही हैं। क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन ने करीब दो दशक लंबे करियर में 51 टेस्ट शतक लगाए हैं। वहीं 68 हाॅफसेंचुरी भी उनके बल्ले से निकली।

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भारत के लिए सबसे ज्यादा विकेट

टेस्ट मैचों में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज अनिल कुंबले हैं। कुंबले ने भारत के लिए 132 मैच खेले हैं जिसमें उन्होंने सबसे ज्यादा 619 विकेट चटकाए। इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर कपिल देव हैं जिनके नाम 434 विकेट दर्ज हैं।

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