कानपुर। भारत बनाम साउथ अफ्रीका के बीच विशाखापत्तनम में खेले जा रहे पहले टेस्ट में भारतीय स्पिन गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन ने इतिहास रच दिया। भारत के 502 रनों के जवाब में साउथ अफ्रीका की पहली पारी 431 रनों पर सिमट गई। मेहमानों को जल्दी समेटने में आर अश्विन का अहम योगदान रहा। अश्विन ने इस पारी में 46.2 ओवर फेंककर 7 विकेट चटकाए। इसमें 11 ओवर मेडन रहे।
10 महीने बाद की वापसी
दाएं हाथ के स्पिन गेंदबाज अश्विन ने करीब 10 महीने बाद भारतीय टेस्ट टीम में वापसी की और आते ही इतिहास रच दिया। अश्विन ने आखिरी मुकाबला दिसंबर 2018 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडीलेड में खेला था। जिसमें अश्विन ने छह विकेट चटकाए थे। हालांकि इसके बाद टीम इंडिया में कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल की जोड़ी ने इंट्री मारी जिसके चलते अश्विन को दरकिनार कर दिया गया।
27वीं बार पांच या उससे ज्यादा विकेट
विशाखापत्तनम में जब 10 महीने बाद अश्विन की वापसी हुई तो उन्होंने बता दिया कि उनके अंदर अभी कितना खेल बाकी है। अफ्रीका के खिलाफ पहली पारी में अश्विन ने सात विकेट लिए। इसी के साथ वह किसी टेस्ट की एक पारी में सबसे ज्यादा पांच विकेट लेने वाले दूसरे भारतीय गेंदबाज बन गए। इस लिस्ट में सबसे पहला नाम अनिल कुंबले का है जिन्होंने 35 बार ये कारनामा किया वहीं अश्विन 27 बार यह उपलब्धि हासिल कर चुके हैं।
भारत के सबसे तेज विकेट टेकर
अश्विन भारत की तरफ से सबसे तेज 50, 100, 150, 200, 250 और 300 विकेट लने वाले गेंदबाज हैं। यही नहीं 2016 में वह आईसीसी क्रिकेटर ऑफ द ईयर भी बने।
बिना विकेट लिए नहीं लौटते पवेलियन
पिछले आठ सालों से टेस्ट क्रिकेट खेल रहे अश्विन ने अभी तक 66 मैच खेले हैं जिसमें एक मैच छोड़कर हर बार उन्होंने विकेट जरूर मिला है। साल 2012 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी में खेले गए एक मैच में अश्विन को पहली पारी में कोई विकेट नहीं मिला था हालांकि दूसरी इनिंग में उनकी बारी नहीं आई नहीं तो इस मैच में वह विकेट का सूखा खत्म कर सकते थे। बता दें भारत ये मैच पारी और 68 रन के अंतर से हार गया था। अश्विन के नाम टेस्ट में 349 विकेट दर्ज हैं।
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