कानपुर। भारत बनाम साउथ अफ्रीका के बीच तीन मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला भारत ने जीत लिया। 2-6 अक्टूबर तक चले इस टेस्ट में भारत ने मेहमानों को 203 रन से मात दी। भारत की इस जीत में रोहित ने जहां शानदार बैटिंग से योगदान दिया वहीं गेंदबाजी में जडेजा-अश्विन की जोड़ी ने खूब कमाल दिखाया। मगर 11 सदस्यीय इस भारतीय टीम में कुछ खिलाड़ी ऐसे भी हैं जिनसे काफी उम्मीद थी मगर वो परफाॅर्म नहीं कर पाए, ऐसे में दूसरे टेस्ट में इन खिलाड़ियों पर सबकी नजर रहेगी।
विराट कोहली
टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने पहले टेस्ट में शानदार कप्तानी का नजारा पेश किया। बतौर कप्तान कोहली ने अफ्रीका के खिलाफ घर में अपना अजेय रिकाॅर्ड बरकरार रखा है मगर चिंता की बात कोहली की बैटिंग की है। विराट ने विशाखापत्तनम टेस्ट में दोनों पारियों में मिलाकर कुल 51 रन बनाए थे। आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में नंबर 2 के बल्लेबाज विराट कोहली से ऐसे प्रदर्शन की उम्मीद किसी को नहीं थी। विराट जब-जब क्रीज पर उतरते हैं तो उनके फैंस चाहेंगे कि वह शतक बनाकर ही लौंटे, हालांकि हर मैच या हर पारी में ऐसा संभव नहीं। मगर कोहली को अब दूसरे टेस्ट में अपनी बल्लेबाजी से भारत की जीत में योगदान जरूर देना होगा।
अजिंक्य रहाणे
टेस्ट क्रिेकट में करीब 42 के औसत से रन बनाने वाले अजिंक्य विशाखापत्तनम टेस्ट में बल्ले से कुछ खास नहीं कर पाए। कोहली की तरह रहाणे को भी मध्यक्रम की जिम्मेदारी सौंपी गई थी मगर पहली पारी में वह 15 रन बनाकर आउट हो गए। यह तो अच्छा था कि भारतीय ओपनर्स मयंक अग्रवाल और रोहित शर्मा ने पहले विकेट के लिए 300 रन की पार्टनरशिप करके भारत को ठोस शुरुआत दिला दी थी। वरना भारतीय मध्यक्रम बल्लेबाजों ने पूूरी तरह से निराश कर दिया था। रहाणे पहले टेस्ट में दोनो पारियों में कुल 42 रन बना पाए। ऐसे में दूसरे टेस्ट में उन पर सबकी नजर जरूर होगी।
हनुमा विहारी
टेस्ट क्रिकेट में बैटिंग ऑलराउंडर की भूमिका काफी होती है। हनुमा विहारी को भारतीय प्लेइंग इलेवन में इसीलिए शामिल किया गया ताकि जरूरत पड़ने पर वह बैटिंग और बाॅलिंग दोनों कर सकें। मगर विशाखापत्तनम टेस्ट में विहारी ने दोनों जगह निराश किया। पहली पारी में विहारी ने सिर्फ 10 रन बनाए और दूसरी इनिंग में बैटिंग नहीं आई। वहीं गेंदबाजी में उन्होंने पहली पारी में 9 ओवर फेंके जिसमें 38 रन दे दिए मगर विकेट एक भी नहीं ले पाए। यही वजह थी कि सेकेंड इनिंग में कप्तान कोहली ने विहारी से एक भी ओवर नहीं फिंकवाए।
रिद्घिमान साहा
रिषभ पंत की जगह टीम इंडिया में शामिल किए गए विकेटकीपर रिद्घिमान साहा से टीम मैनेजमेंट को बहुत उम्मीद थी। सीरीज से पहले ही कोहली ने बंगाल के इस विकेटकीपर को दुनिया के सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपर का दर्जा दिया था। मगर साहा उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाए। दोनो पारियों में मिलाकर साहा ने कुल दो कैच पकड़े वहीं 21 रन बनाए। यही नहीं मैच के दौरान कई बार उनसे विकेट की पीछे गलती हुईं तो कुछ कैच छूटे। बताते चलें साहा चोटिल होने के कारण लंबे समय से टीम से बाहर थे। अगस्त में वेस्टइंडीज में दो टेस्ट मैचों की सीरीज से उन्होंने वापसी की मगर प्लेइंग इलेवन का हिस्सा नहीं बन पाए।
ईशांत शर्मा
पिछले दो सालों से टीम इंडिया की तेज गेंदबाजी की धार बन चुके ईशांत शर्मा पहले मैच में थोड़ा अनलकी रहे। विशाखापत्तनम टेस्ट में जिस भारतीय गेंदबाज को सबसे कम विकेट मिले वो ईशांत ही हैं। दाएं हाथ के इस तेज गेंदबाज ने पहले मैच में कुल 23 ओवर गेंदबाजी की जिसमें उन्हें सिर्फ एक विकेट मिला। ईशांत ने इकलौता शिकार तेंबा बवूमा का किया जिन्हें पहली पारी में ईशांत ने 18 रन पर एलबीडब्ल्यू आउट किया। वहीं दूसरी पारी में वह एक भी विकेट नहीं ले पाए।
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