यह मैच इस सिरीज़ का निर्णायक मैच भी है क्योंकि दोनों टीमें एक-एक मैच जीतकर बराबरी पर हैं.

भारत ने पहले एकदिवसीय मैच में वेस्टइंडीज़ को कोच्चि में छह विकेट से मात दी. इसके बाद वेस्टइंडीज़ ने दूसरे एकदिवसीय मैच में भारत को विशाखापत्तनम में तीन गेंद शेष रहते दो विकेट से हराया.

वेस्टइंडीज़ ने पिछले मैच में जिस संघर्ष क्षमता का परिचय दिया, काश ऐसा ही वह इससे पहले भी दे पाती.

सचिन तेंदुलकर की विदाई टेस्ट सिरीज़ को दोनों मैच और उसके बाद पहले एकदिवसीय मैच में जैसे टीम अनमने ढंग से खेल रही थी.

अभी 1-1 से बराबरी

क्रिस गेल मानो विकेट पर रूकना ही नहीं चाहते थे. और तो और टीम के बाक़ी खिलाड़ियों का भी यही हाल था. लेकिन वनडे टीम का प्रदर्शन थोड़ा सुधरा है.  वेस्टइंडीज़ की टीम भीगी बिल्ली की तरह खेल रही थी.

 कोच्चि वनडे में कैरेबियाई टीम केवल 211 रन बना सकी. केवल डेरेन ब्रावो और विकेटकीपर बल्लेबाज़ जॉनसन चार्ल्स ही कुछ जमकर खेल सके.

क्रिस गेल एक मुश्किल रन लेने की कोशिश में रन आउट हो गए और घायल होकर बाक़ी मैचों से भी बाहर हो गए.

दूसरे मैच में वेस्टइंडीज़ के गेंदबाज़ों ने भारतीय गेंदबाज़ों को 288 रनों पर रोका और उसके सात बल्लेबाज़ों को आउट किया.

इसी के साथ उन्होंने भारतीय टीम की कमज़ोरी को भी जगज़ाहिर कर दिया कि यह टीम किस कदर शुरुआती तीन बल्लेबाज़ों पर निर्भर है.

शिखर धवन और रोहित शर्मा के साथ-साथ जब-जब विराट कोहली का बल्ला चलता है टीम बड़ा स्कोर खड़ा करती है. युवराज सिंह और सुरेश रैना पिछले काफी समय से फॉर्म में नहीं है.

भारत का प्रदर्शन

ऐसे में कप्तान  महेंद्र सिंह धोनी पारी को संभाल लेते हैं. धोनी ने तो ख़ैर पिछले मैच में भी 51 रन बनाए लेकिन रविंद्र जडेजा कुछ खास नहीं कर सके.

सिरीज़ का निर्णायक मैच आज कानपुर में

पिछली आठ पारियों में चार बार उन्हें बल्लेबाज़ी करने का अवसर नहीं मिला और बाक़ी चार मैचों में उन्होंने क्रमशः 11, दो, शून्य नाबाद और 10 रन बनाए है.

वैसे गेंदबाज़ी में उनका जलवा बरक़रार है और वह इस साल अभी तक 30 एकदिवसीय मैचों में 50 विकेट ले चुके हैं.

भारत के आगामी दक्षिण अफ़्रीकी दौरे से पहले कानपुर में भारत इस साल आख़िरी बार अपनी ज़मीन पर कोई मैच खेलेगा और जीत के साथ ही इस सिरीज़ का अंत भी करना चाहेगा.

दूसरी तरफ वेस्टइंडीज़ भी अपनी खोई साख बचाने के लिए मैच में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहेगा, ऐसे में दोनों टीमों के बीच एक कड़े मुक़ाबले की उम्मीद है.

भारत ने इस साल एकदिवसीय क्रिकेट में ज़ोरदार खेल दिखाया है.

साल की शुरुआत में हालांकि पाकिस्तान ने भारत को तीन मैचों की सिरीज़ में 2-1 से हराया, लेकिन उसके बाद भारत ने इंग्लैंड को पांच मैचों की सिरीज़ में 3-2 से, जिम्बाव्वे को 5-0 से और ऑस्ट्रेलिया को सात मैचों की सिरीज़ में 3-2 से हराया.

इसी दौरान भारत ने इंग्लैंड में खेली गई चैंपियंस ट्रॉफी और वेस्टइंडीज़ में खेली गई त्रिकोणीय एकदिवसीय सिरीज़ भी जीती.

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