कानपुर। मुंबई के वानखेड़े में भारत बनाम वेस्टइंडीज के बीच तीसरा और आखिरी टी-20 मुकाबला आज खेला जा रहा है। वेस्ट इंडीज ने टॉस जीतकर फील्डिंग करने का फैसला किया है। इस वक्त यह सीरीज बराबरी पर है। दोनों टीमें एक-एक मैच जीत चुकी है। ऐसे में वानखेड़े में खेले जाने वाले मैच की अहमियत बढ़ गई। जो भी टीम यह मुकाबला जीतेगी, ट्राॅफी उसके नाम रहेगी। बुधवार को दोनों टीमों के कप्तान जब मैदान में टाॅस के लिए आएंगे तो उन्हें पिच के इतिहास के बारे में जरूर जानकारी होगी।

टाॅस जीतो करो फील्डिंग
मुंबई के वानखेड़े मैदान में टाॅस की भूमिका काफी अहम रहती है। यहां टाॅस जीतने वाला कप्तान फायदे में रहता है क्योंकि टाॅस जीतने के बाद सभी कप्तान पहले बाॅलिंग करना चाहेंगे। ऐसे में भारतीय फैंस उम्मीद करेंगे कि टाॅस विराट कोहली के फेवर में आए ताकि भारत पहले फील्डिंग करे और बाद में लक्ष्य चेज कर जीत हासिल करे।

यहां बाद में खेलने वाली टीम जीतती है ज्यादा
वानखेड़े का टी-20 इतिहास देखें तो, अब तक इस मैदान में कुल 6 टी-20 मैच खेले गए जिसमें पांच बार वो टीम जीती जिसने बाद में बैटिंग की और एक बार पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम।


बल्लेबाजों की मददगार है पिच
मुंबई में खासतौर से टी-20 क्रिकेट में हमेशा से बल्लेबाजों का बोल-बाला रहा है। यहां की पिच बल्लेबाजों की मददगार रहती है। मैदान का पहला औसत स्कोर 187 रन है।

भारत का ऐसा है रिकाॅर्ड
भारत का मुंबई के वानखेड़े में खराब टी-20 रिकाॅर्ड।क्रिकइन्फो पर उपलब्ध डेटा के मुताबिक, भारत ने इस मैदान पर अभी तक कुल तीन मैच खेले हैं जिसमें दो में उन्हें हार मिली और एक में जीत।

वेस्टइंडीज टीम है अजेय

वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम ने वानखेड़े में अब तक कुल दो मैच खेले हैं और दोनों बार जीत हासिल की। ये दोनों मैच विंडीज ने 2016 वर्ल्डकप के दौरान खेले थे। पहला मैच इंग्लैंड के खिलाफ खेला जिसमें वेस्टइंडीज को 6 विकेट से जीत मिली। वहीं दूसरा सेमीफाइनल मुकाबला था जिसमें वेस्टइंडीज ने भारत को 7 विकेट से हराया था।&

Cricket News inextlive from Cricket News Desk