नई दिल्ली / मुंबई (पीटीआई)। भारतीय क्रिकेटर्स एसोसिएशन (आईसीए) ने संघ को चलाने के लिए 15-20 करोड़ रुपये का अस्थायी वार्षिक बजट तैयार किया है। सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त जस्टिस आरएम लोढ़ा पैनल की सिफारिश के अनुसार ICA भारत का पहला खिलाड़ी संघ है। बुधवार को आईसीए की मीटिंग में इसके बजट को लेकर चर्चा की गई। बीसीसीआई से जुड़े एक अधिकारी ने पीटीआई को बताया, 'हमारे कोषाध्यक्ष द्वारा तैयार अस्थायी बजट लगभग 15-20 करोड़ रुपये सालाना है। इसमें मुंबई में एक कार्यालय स्थान के लिए खर्च, कार्यालय को बनाए रखने के लिए तीन से चार स्थायी कर्मचारी और अधिकारियों की यात्रा और दैनिक भत्ते शामिल होंगे।'

आईसीए को खुद जुटाना होगा धन

बता दें आईसीए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड से बिल्कुल अलग होगा। यह क्रिकेटर्स का संघ है, हालांकि ICA को BCCI से आंशिक अनुदान प्राप्त होगा। वहीं खिलाड़ियों के निकाय को स्वयं ही धन जुटाना होगा। आईसीए अब यह कैसे करेगा, इस पर 1 नवंबर को अगली बैठक में चर्चा की जाएगी। अधिकारियों की मानें तो, 'हम 23 अक्टूबर को बोर्ड के गठन के बाद ही अपने शीर्ष परिषद के प्रतिनिधियों के माध्यम से बीसीसीआई के साथ हमारे मुद्दों को उठा सकते हैं।'

संघ के रिक्त पदों को भरना बाकी

अंशुमान गायकवाड़ बीसीसीआई की शीर्ष परिषद में आईसीए के पुरुष प्रतिनिधि होंगे और शांता रंगास्वामी महिला प्रतिनिधि होंगी। अध्यक्ष अशोक मल्होत्रा ​​के नेतृत्व में पदाधिकारियों ने भी यहां बैठक में राज्य संघों में आईसीसी प्रतिनिधियों के लिए रिक्त पदों को भरने की बात कही। बता दें मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन ने किरण पवार को शीर्ष निकाय के पुरुष आईसीए प्रतिनिधि के रूप में नामित किया था, लेकिन महिला प्रतिनिधि के नाम को छोड़ दिया था। महाराष्ट्र ने महिला प्रतिनिधि का नाम नामित किया था लेकिन पुरुष प्रतिनिधि का कोई नाम नहीं था।अफिशियल के मुताबिक, 'हमने लगभग 24 रिक्तियां भरीं। अभी 12-14 पद और भरने की जरूरत है।'

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