नई दिल्ली (आईएएनएस)। भारत सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा चिंताओं को लेकर सोमवार को 59 चीनी एप पर प्रतिबंध लगा दिया। देसी एप डेवलपर्स ने यह कहते हुए इस कदम की सराहना की कि इससे भारतीय एप इकोसिस्टम की समृद्धि में मदद मिलेगी। शेयर चैट पब्लिक पाॅलिसी के डायरेक्टर बर्गस मालू ने आईएएनएस को बताया, 'यह सरकार के उन प्लेटफार्मों के खिलाफ एक स्वागत योग्य कदम है जिनमें गंभीर गोपनीयता, साइबर सुरक्षा और राष्ट्रीय सुरक्षा जोखिम हैं। हम सरकार से उम्मीद करते हैं कि भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम के लिए अपना समर्थन जारी रखें।

शेयर चैट के फाउंडर हुए खुश

शेयर चैट भारतीय वीडियो निर्माण एप है, जो शॉर्ट-वीडियो मेकिंग एप टिकटाॅक के जैसा है। एप यूजर्स को प्लेटफाॅर्म पर अन्य उपयोगकर्ताओं के साथ चैट करने और बातचीत करने की अनुमति देता है। वर्तमान में शेयर चैट के 15 विभिन्न भारतीय भाषाओं में 60 मिलियन से अधिक मंथली एक्टिव यूजर्स हैं। इसमें अधिकतर यूजर टियर 2 और टियर 3 शहरों से हैं। इनमोबी ग्रुप के संस्थापक और सीईओ नवीन तिवारी ने कहा, 'यह डिजिटल 'आत्म निर्भर' बननेे का क्षण है। गूगल प्ले स्टोर पर नंबर वन वीडियो एप बन रोप्सो काफी बेहतर है। रोप्सो अपने यूजर्स का विश्वास जीतने की कोशिश करेगी। इसके अब तक 55 मिलियन यूजर्स हो चुके हैं।'

रूटर एप के सीईओ ने कही ये बात

भारत सरकार ने सोमवार को चीनी एप्स पर प्रतिबंध लगा दिया, क्योंकि उसे कई स्रोतों से शिकायतें मिलीं थी कि इन एप्लीकेशन के माध्यम से यूजर्स का डेटा चीन तक पहुंच रहा है। रूटर एप के फाउंडर और सीईओ पियूष कहते हैं, 'भारतीय उपयोगकर्ताओं के डेटा की गोपनीयता सुनिश्चित करने और इन खतरों के खिलाफ देश की रक्षा करने के लिए चीनी एप्स पर प्रतिबंध लगाना एक बड़ी पहल है।'

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