PATNA/ ARA : इंडियन इनटेलिजेंस टेस्ट (आईआईटी) सीजन थ्री का एग्जाम बुधवार को आरा के जगदेव नगर स्थित यूनिक रेसिडेंशियल पब्लिक स्कूल और राजकीय कन्या उच्च विद्यालय (ग‌र्ल्स स्कूल ) में शांतिपूर्ण संपन्न हुआ। परीक्षा का आयोजन दैनिक जागरण प्रकाशन लिमिटेड और आई नेक्स्ट की ओर से किया गया था। आईआईटी एग्जाम में नॉलेज पार्टनर के रूप में विद्या मंदिर क्लासेस थे। एग्जाम में कई छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया। इंडियन इनटेलिजेंस टेस्ट देने के लिए बच्चे काफी उत्साहित दिखे। एग्जाम देते हुए बच्चों का कहना था कि स्कूल में जीके का एग्जाम ओएमआर सीट पर ही होता है, लेकिन ये हमारे लिए बिल्कुल डिफरेंट हैं।

ताकि बढ़ता रहे हमारा नॉलेज

स्टूडेंट्स ने बताया कि कंपटीशन में ओएमआर सीट पर ही एग्जाम होता है इस एग्जाम को देने के बाद हमें काफी नॉलेज हुआ कि किस तरह से कम्पीटिशन का एग्जाम होता है और उसका पैटर्न क्या होता है। आगे भी ऐसे परीक्षा का आयोजन कराते रहना चाहिए ताकि हमारा नॉलेज बढ़ता रहे। आईआईटी ने हमें कंपटीशन में आने वाले क्वेश्वन के पैटर्न पर एग्जाम कराकर गाइड किया है।

पहली बार दिया एप्टीटयूड टेस्ट

आईआईटी के सभी क्वेचन बहुविकल्पीय थे। पहले पार्ट में बहुविकल्पीय बुद्धिमता परीक्षण से संबंधित प्रश्न थे। इस पार्ट में ब्0 प्रश्न के लिए फ्0 अंक दिए गए थे। दूसरा पेपर एप्टीट्यूड टेस्ट पर फोकस था। क्00 अंक के प्रश्न के लिए 90 मिनट का समय निर्धारित था। इस पार्ट में तार्किक परीक्षण, सामान्य ज्ञान, भौतिक विज्ञान, रासायन विज्ञान, गणित व जीव विज्ञान से सवाल पूछे गए थे। स्टूडेंट्स पेपर में एप्टीटयूड टेस्ट के बारे में काफी उत्सासित दिखे।

भ्-क्0वीं तक के बच्चों ने लिया हिस्सा

एग्जाम में क्लास भ् से क्0वीं तक के बच्चों ने हिस्सा लिया। सभी बच्चे परीक्षा को लेकर काफी उत्साहित दिखे। यूनिक पब्लिक स्कूल में दोपहर क्ख् : फ्0 बजे से परीक्षा शुरू हुई। एग्जामनेशन में स्टूडेंट्स को किसी भी तरह के गैजेट की अनुमति नहीं थी। एग्जाम दिलाने में स्कूल के टीचर्स क्षीराब्धि ओंकार, योगेश राय, जितेन्द्र राय, रंजन कुमार, प्रशांत कुमार, पूजा, रिंकी आदि ने बच्चों को गाइड किया।

परीक्षा में बच्चों ने बढ़चढ़ कर भाग लिया। आईआईटी का क्रेज स्टूडेंट के बीच काफी था। इस तरह का एग्जाम हमेशा कराया जाना चाहिए ताकि अनुभव होता रहे। एग्जाम का पेपर कंपीटिशन की तैयारी करने वालों के लिए बेहतर है। वैसे भी कंपीटिशन में ओएमआर सीट के माध्यम से एग्जाम होता है।

- नीरज राय, प्रचार्य, यूनिक पब्लिक स्कूल आरा।

आइआइटी कराने के लिए जागरण प्रकाशन को कोटि-कोटि धन्यवाद कि बच्चों के बारे में सोचा। कंपीटिशन की तैयारी के लिए यह एग्जाम गाइड का काम करेगा। बच्चों के लिए आईआईटी बेहतर कॅरियर गाइड टेस्ट है। स्कूलों में भी एग्जाम अब ओएमआर सीट पर ही होना चाहिए।

- क्षीराब्धि ओंकार, प्रशासक, यूनिक पब्लिक स्कूल, आरा।

मैं क्लास म् की स्टूडेंट हूं। आईआईटी एग्जाम देकर मुझे काफी अच्छा लगा। सबसे ज्यादा मजा मुझे एप्टीट्यूड टेस्ट देकर आया। मैं पहली बार ऐसा एग्जाम दे रही हूं। अब रिजल्ट का इंतजार रहेगा। देखें कितना मा‌र्क्स आता है।

- खुशबू कुमारी, यूनिक पब्लिक स्कूल, आरा

एग्जाम में शामिल होने के लिए मैंने काफी इंतजार किया। हर दिन अपने टीचर्स से पूछा करता था कि एग्जाम कब होगा। पहले तो मैंने फॉर्म भरने से मना कर दिया था लेकिन, अन्य दोस्तों को देख मैंने भी अप्लाई कर दिया। वाकई ! एग्जाम देकर बहुत अच्छा लगा। ये एग्जाम इंटर के बाद करियर चुनने में मददगार होगा।

-हरे कृष्णा कुमार राय, क्लास 8, यूनिक पब्लिक स्कूल, आरा

मेरे स्कूल में तो रेगुलर टेस्ट होता है, लेकिन कंपटीशन के पैटर्न पर एग्जाम नहीं होते हैं। आईआईटी ने मुझे इससे रू-ब-रू किया है। इस एग्जाम को देने के बाद हमें काफी नॉलेज हुआ कि किस तरह से कम्पीटिशन का एग्जाम होता है और उसका पैटर्न क्या होता है।

-रिया कुमारी क्लास 7, यूनिक पब्लिक स्कूल, आरा

आईआईटी का पेपर काफी स्टैंडर्ड था। कंपटेटीव एग्जाम की तैयारी करने वाले स्टूडेंट्स के लिए यह गाइड के रूप में रास्ता दिखाएगा। दो घंटे के पेपर में स्कूल एजुकेशन के अलावा एप्टीटयूड टेस्ट और क्वेश्चन के पैटर्न को समझ सकी। सबसे ज्यादा मजा मुझे ओएमआर सीट को कलर करने में आया।

- धीरज कुमार, क्लास म्, यूनिक पब्लिक स्कूल, आरा

ओएमआर सीट के माध्यम से एग्जाम देने का यह मेरा पहला अनुभव है। एग्जाम से कंपटीशन एग्जाम के पैटर्न का अनुभव होता है.ओएमआर सीट पर स्कूलों में भी एग्जाम होना चाहिए। इससे कंपटीशन एग्जाम का पेपर देने में मदद मिलेगा।

-शिवानी कुमारी, क्लास म्, यूनिक पब्लिक स्कूल, आरा