हिम्मत नहीं हारी
कबड्डी में भारत ने धीमी शुरुआत की लेकिन टीम जल्द ही लय में आ गई. ईरान की टीम ने कड़ी टक्कर दी लेकिन इसके बावजूद भारतीय टीम ने घुटने नहीं टेके. भारत ने दूसरे हाफ में दबदबा बनाते हुए आसान जीत दर्ज की. गौरतलब है कि महिला कबड्डी एशियाई खेलों में 2010 में ही शामिल की गई थी, जहां भारत ने सोना जीता था. पुरुष कबड्डी को 1990 में एशियाई खेलों में जगह दी गई. भारतीय पुरुष टीम तब से लगातार इसका स्वर्ण पदक हासिल करती रही है. गुरुवार को भारत को दो स्वर्ण पदक हासिल हुए थे. जहां हॉकी टीम ने 16 साल बाद गोल्ड मेडल जीता, वहीं 4 गुना 400 रिले महिला टीम ने भी नए रिकॉर्ड के साथ गोल्ड हासिल किया.

कांटे की टक्क्र
पिछली बार की चैंपियन भारतीय महिलाओं को फाइनल में ईरान ने अच्छी चुनौती दी, लेकिन टीम इंडिया ने शनादार खेल दिखाते हुये खिताब बरकरार रखा. मैच में भारत ने धीमी शुरुआत की लेकिन टीम जल्द ही लय में आ गई. ईरान की टीम ने कड़ी टक्कर दी लेकिन इसके बावजूद भारतीय टीम पहले हॉफ के बाद 15-11 से आगे चल रही थी. भारत ने दूसरे हॉफ में दबदबा बनाते हुये आसान जीत दर्ज की. भारत ने मैच में दो बार पूरी विरोधी टीम को आउट किया. जिससे उसे चार लोना अंक मिले. ईरान एक भी लोना अंक हासिल नहीं कर पाया. अंत में भारत ईरान के लिये तकनीकी रूप से काफी मजबूत साबित हुआ.

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