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LUCKNOW: इंदिरानगर पुलिस ने रविवार को तस्करी कर बिहार और अरुणाचल प्रदेश ले जाई जा रही शराब की एक बड़ी खेप पकड़ी है. पुलिस ने शराब ले जा रहे ट्रक चालक को गिरफ्तार किया है. पूछताछ में दो लोगों का नाम सामने आया है. बरामद की गई शराब की कीमत 50 लाख रुपये बताई जा रही है. शराब की तस्करी फिल्मी अंदाज से की जाती थी.

हरियाणा की बनी 1150 पेटी बरामद
एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि बाराबंकी घटना के बाद लगातार पुलिस अवैध शराब और उससे जुड़े कारोबार के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है. रविवार को इंदिरानगर पुलिस को सूचना मिली कि हरियाणा से भारी मात्रा में शराब तस्करी कर बाराबंकी के रास्ते बिहार के साथ अरुणाचल प्रदेश शराब ले जायी जा रही है. सूचना पर थाना इंदिरानगर के खुरमनगर चौकी इंचार्ज राजीव सिंह चौहान ने साथियों के साथ फरीदीनगर पिकनिक स्पाट गेट नंबर एक के सामने से एक ट्रक को पकड़ा. उन्होंने जब ट्रक को चेक किया तो ट्रक में 1150 पेटी हरियाणा की बनी शराब लदी थी. पुलिस ने ट्रक चालक हरियाणा निवासी आनंद सिंह को गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में आनंद ने ट्रक मालिक का नाम विकास कुमार और ठेकेदार का नाम धर्मवीर बताया. पकड़ी गई शराब की कीमत करीब पचास लाख रुपये बताई जा रही है.

ऐसे करते थे तस्करी
गाड़ी में शराब लोड होने के बाद गाड़ी के ड्राइवर को एक नया मोबाइल दिया जाता था. मोबाइल में चार नंबर फीड कर दिए जाते थे, जिस गाड़ी में शराब लदी होती थी कि उस गाड़ी के आगे एक कार चलती थी, जो आगे के रास्ते को बताते चलती थी. रास्ते में कोई खतरा नजर आता था तो ड्राइवर को सूचित कर सुरक्षित स्थान पर गाड़ी को रुकवा दिया जाता था. ड्राइवर को असली दिखने वाले पेपर दिये जाते थे. ड्राइवर को गाड़ी कहां रोकनी है, उसे किस रास्ते से जाना है, समय समय पर उसे फोन करके बताया जाता था.

बदल दिए जाते थे ट्रक के ड्राइवर
ड्राइवर ने पूछताछ में बताया कि गाड़ी के ड्राइवर रास्ते में बीच-बीच में चेंज कर दिये जाते थे. उसने बताया कि वह गाड़ी में सोनीपत से बैठा था. इसके पहले कोई और ड्राइवर गाड़ी लेकर सोनीपत तक आया था. इस माल को वह बिहार और अरुणाचल प्रदेश तक ले जाने की फिराक में थे. इस तरह अगर गाड़ी पकड़ी जाती है तो ड्राइवर के पास केवल वही चार नंबर मिलते हैं जो उसके मोबाइल में फीड रहते हैं शेष कोई जानकारी नहीं मिल पाती थी.