-अंतर्राष्ट्रीय थिएटर फेस्ट में शिरकत करने पहुंचे कलाकारों ने की आई नेक्स्ट से की बातचीत

BAREILLY:

नशाखोरी, सांप्रदायिकता और लालच देश के सबसे बड़े दुश्मन होते हैं। जिसकी वजह से एकता के धागों में बंधा हुआ देश टूटकर बिखर जाता है। यदि एक बार बिखरने का सिलसिला शुरू होता है, तो फिर उसे रोक पाना भी मुश्किल हो जाता है। वर्तमान में ज्यादातर देश इसी से पीडि़त हैं। जो आतंकवादियों के लिए अच्छे संकेत हैं। यह कहना था इंडोनेशिया के फेम डायरेक्टर और अवॉर्डेड थिएटरिस्ट डिनडॉन का। अंतर्राष्ट्रीय थिएटर फेस्ट में शिरकत करने पहुंचे इंडोनेशियाई कलाकारों का। कलाकारों ने आई नेक्स्ट से बात की और अपने देश के हालात और भारत इंडोनेशिया संबंधों पर बेबाकी से अपनी बात रखी।

गांधी व नेहरू के अादर्श अमूल्य

राजनीतिक संबंधों के बारे में कलाकारों ने बताया कि वर्तमान पीएम मोदी और पूर्व पीएम मनमोहन सिंह दोनों ने ही इंडोनेशिया का दौरा कर चुके हैं। खास बात यह रही कि मनमोहन सिंह ने जो वायदे इंडोनेशिया सरकार से किए थे। उन्हें मोदी पूरा कर रहे हैं। जिसमें सांस्कृतिक समरसता, एकजुटता, दोस्ती, बिजनेस संबंधी वायदे थे। उन्होंने बताया कि इंडोनेशिया के नई पीढ़ी को गांधी और नेहरू के बारे में जानकारी दी जाती है। उनके आदर्श वाक्यों को ग्रहण करना सिखाया जाता है। ताकि पथ से भटक रहे युवा स्वार्थ को छोड़कर देश हित के लिए प्रयास करें।

भारत बहुत मजबूत देश है

भारत के सुरक्षा तंत्र के बारे में उनका मानना है कि भारत जैसा शक्तिशाली देश अगर इंडोनेशिया होता तो अभी तक विकसित देशों के तौर पर पहचाना जाता, लेकिन इंडोनेशिया की युवा नसों में ड्रग घुलता जा रहा है। जो पड़ोसी देशों से सप्लाई होता है। यह सिलसिला वर्ष 1983 में शुरू हुआ। जो रुक नहीं रहा है। इसी को ध्यान में रखकर वर्ष 1984 में पहली बार डिनडॉन ने पहला थिएटर किया। उस दौरान प्रस्तुत प्ले 'ऑन ऑफ' को दिखाने के लिए गांवों में जाना पड़ता था। क्योंकि शहर में नशाखोरी हावी थी। करीब दस वर्षो तक प्ले की परफार्मेस की गई। हजारों युवाओं को इससे प्रेरणा मिली। तो, दि रिपब्लिक ऑफ इंडोनेशिया मिनिस्ट्री ऑफ एजुकेशन एंड कल्चर ने डिनडॉन के प्रयास को अवॉर्ड से नवाजा।