वीजा भी किया जा सकता है निरस्त, लॉक डाउन समाप्त होने पर भेजे जाएंगे स्वदेश

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प्रतिबंध के बावजूद प्रयागराज में आए इंडोनेशिया के सभी सात लोगों का पासपोर्ट जब्त कर लिया गया है। इनका वीजा निरस्त होगा। साथ ही वीजा नियमों का उल्लंघन करने पर उन्हें काली सूची में भी डाला जाएगा, जिससे वे भविष्य में भारत नहीं आ सकेंगे।

22 से थे प्रयागराज में

इंडोनेशिया के तिमुर शहर के सात शख्स दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तब्लीगी मरकज में शामिल हुए थे। इसके बाद वे केरल तथा कोलकाता के दो शख्स के साथ 22 मार्च को प्रयागराज पहुंचे। लॉक डाउन के चलते ये निकल नहीं पाये और बिना किसी सूचना के अब्दुल्ला मस्जिद में रुके रहे। गोपनीय सूचना पर मंगलवार रात छापेमारी कर मस्जिद से इन लोगों समेत 37 लोगों को क्वारंटाइन किया गया था। प्रशासन ने गुरुवार को इन सबका पासपोर्ट जब्त कर लिया। सूत्रों का कहना है कि वीजा भी निरस्त किया जा सकता है। लॉकडाउन समाप्त होने पर इन्हें इंडोनेशिया भेज दिये जाने की भी बात सामने आ रही है।

दिल्ली सरकार को भी भेजी रिपोर्ट

इंडोनेशियाई तथा केरल व पश्चिम बंगाल के युवकों के दिल्ली में रहने की रिपोर्ट जिला प्रशासन की ओर से दिल्ली सरकार को भेज दी गई है। रिपोर्ट के मुताबिक 29 जनवरी को भारत पहुंचे इंडोनेशिया के सभी सात युवक विभिन्न शहरों में घूमने के बाद 13 और 14 मार्च को दिल्ली के निजामुद्दीन में तब्लीगी मरकज में शामिल हुए थे।

पूछताछ के दौरान अफसरों ने बरती विशेष सावधानी

कमला भवन में कोरंटाइन किए गए इन लोगों से बुधवार को तथा गुरुवार सुबह वीडियोग्राफी के दौरान सोशल डिस्टेंस मेंटेन करते हुए पूछताछ की गई। पूछताछ के दौरान मजिस्ट्रेट और पुलिस अफसरों के साथ खुफिया एजेंसियों के लोग खड़े थे। इनके आधार कार्ड, पासपोर्ट, पासबुक, चेकबुक और एटीएम को सेनेटाइज करने के बाद चेक किया गया

इंडोनेशियाई तथा केरल व प.बंगाल के युवकों से पूछताछ की विस्तृत रिपोर्ट शासन को भेज दी गई है। केरल के युवक के खाते में हुए ट्रांजैक्शन के बारे में भी पता लगाया जा रहा है।

बृजेश कुमार श्रीवास्तव, एसपी सिटी