-80 फीसदी तक घट गई खपत, मंडी में सड़ने लगा प्याज

-पब्लिक ने मोड़ा मुंह, दूसरे प्रदेशों की सप्लाई भी ठप

ALLAHABAD: महंगाई की मार झेल रही पब्लिक ने प्याज पर पलटवार किया है। लगातार चढ़ रही कीमतों से आहत लोगों ने प्याज की खरीद से अपना हाथ खींच लिया है। पब्लिक के इस पलटवार से प्याज की खपत में अस्सी फीसदी तक गिरावट दर्ज की गई। इसका असर यह हुआ कि मुंडेरा थोक मंडी में दूसरे प्रदेशों से आया प्याज लावारिसों की तरह पड़ा हुआ है। उसके खरीदार ढूंढे नहीं मिल रहे हैं। हालत यह हो गई कि प्याज का थोक बाजार एक हजार रुपए नीचे गिर गया। हालांकि फुटकर मंडी में इसका असर ज्यादा नहीं पड़ा, लेकिन जानकारों के मुताबिक जल्द ही जनता को इसका फायदा मिलेगा।

महज पांच से दस टन हुई बिक्री

कुछ दिन पहले तक थोक मंडी से रोजाना पचास से साठ टन प्याज की बिक्री होती थी, लेकिन प्याज के कीमत 70 से 80 रुपए प्रतिकिलो पहुंचते ही खपत कम हो गई। गुरुवार को मुंडेरा मंडी से महज पांच से दस टन प्याज ही बिका। खरीदारों में फुटकर व्यापारी ही पहुंचे। थोक व्यापारी मंडी का रुख नहीं कर रहे हैं। इससे आढ़तियों को तगड़ा झटका लगा है। एमपी, बंगलुरु और महाराष्ट्र से प्याज की बड़ी खेप मंगवाने वाले घाटे का शिकार हो रहे हैं।

डर भी है बड़ा कारण

एक ओर पब्लिक ने प्याज की खपत पर लगाम लगा दी है तो दूसरी ओर जमाखोरी के खिलाफ हो-हल्ला होने से भी बड़े थोक व्यापारी डर गए हैं। इलाहाबाद मुंडेरा मंडी से रोजाना क्विंटलों प्याज बिहार समेत बांग्लादेश निर्यात होता है लेकिन दो-तीन दिनों से इस पर भी रोक लग गई है। पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई से डरे हुए मुनाफाखोर मंडी नहीं पहुंच रहे हैं। बताया जाता है कि वर्तमान में मुंडेरा मंडी में दो से ढाई सौ टन प्याज पड़ा हुआ है जिसके खरीदार नहीं मिल रहे हैं।

फुटकर मंडी में नहीं हुआ असर

प्याज के खरीदार नहीं होने का असर गुरुवार को थोक मंडी में नजर आया। पांच हजार में बिकने वाला प्याज चार हजार रुपए प्रति क्विंटल बिका। हालांकि, इसका प्रभाव फुटकर मंडियों में नहीं दिखा। बाजार में लोगों को 70 से 80 रुपए में ही प्याज खरीदने पर मजबूर होना पड़ा। जानकारों की माने तो पब्लिक ऐसे ही प्याज से दूरी बनाती रही तो अपने आप दाम कम हो जाएंगे।

बॉक्स

मंडी में थोक रेट पर मिलेगा प्याज

खरीदारों के लिए गुड न्यूज है। जल्द ही मुंडेरा मंडी में व्यापारी स्टाल लगाकर थोक रेट में प्याज उपलब्ध कराएंगे। गुरुवार को सब्जी व्यापारियों और मंडी परिषद के बीच हुई बैठक में इस मामले पर निर्णय लिया गया। मंडी परिषद के अधिकारियों का कहना था कि थोक रेट और फुटकर रेट के बीच बहुत बड़ा अंतर देखने को मिल रहा है। मुनाफाखोर प्याज की किल्लत का नाजायज फायदा उठा रहे हैं। इस पर व्यापारियों ने मंडी में स्टाल लगाकर प्याज की बिक्री के फैसले पर हामी भर दी।

वर्जन

मंडी में भारी मात्रा में प्याज मौजूद है। दूसरे प्रदेशों से प्याज मंगाने वाले आढ़ती परेशान हैं। हो-हल्ले और सख्ती के चलते बड़े व्यापारियों ने मंडी आना बंद कर दिया है। बिक्री का ग्राफ काफी हद तक गिर गया है।

सतीश कुशवाहा, अध्यक्ष, हरी सब्जी मंडी मुंडेरा

व्यापारियों से वार्ता हुई है। उम्मीद है कि आज से ही मुंडेरा मंडी में थोक रेट पर स्टाल लगाकर प्याज की बिक्री शुरू हो जाएगी। व्यापारियों ने भी अपनी सहमति जता दी है। मुनाफाखोरों के खिलाफ ठोस कार्रवाई की जाएगी।

धनंजय सिंह, सचिव, मंडी परिषद