-रिम्स के ट्रॉमा सेंटर में चल रहा है घायलों का इलाज

-एक मरीज को दी गई छुट्टी, घर जाने का इंतजार

RANCHI : देवघर में घायल चार मरीजों का रिम्स में इलाज चल रहा है, लेकिन अब उन्हें घर जाने के लिए प्रशासनिक मदद का इंतजार है। सोमवार को भगदड़ में घायल हुए लोगों ने अपना मोबाइल-पैसा सबकुछ गंवा दिया था। ऐसे में अब घायल प्रशासन की ओर से मिलनेवाली सहायता के इंतजार में हैं। एक मरीज को तो मंगलवार को छुट्टी भी दे दी गई, लेकिन पैसे नहीं होने से वह घर जाने की स्थिति में नहीं है। मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ। एसके चौधरी ने प्रशासन को मदद के लिए सूचना दे दी है।

ट्रामा सेंटर में इलाज

भगदड़ में घायल चारों मरीजों का इलाज फिलहाल ट्रामा सेंटर में चल रहा है। उनमें से एक मरीज बलराम को छुट्टी देने की तैयारी कर ली गई है। लेकिन उसे अब यह चिंता सता रही है कि पैसे के अभाव में वह घर कैसे जाएगा। ऐसी परिस्थिति में अब उसे सरकार से मिलनेवाली मदद का इंतजार है। उसने बताया कि जबतक घर भेजने की व्यवस्था नहीं की जाती तबतक यहीं रहना होगा। उनका एक साथी भी उन्हें साथ लेकर घर जाना चाहता है।

गार्ड ने एमआर को वार्ड में जाने से रोका तो बवाल

रिम्स में मंगलवार को जब गार्ड ने एमआर को गायनी वार्ड में जाने से रोका तो वह गार्ड से उलझ पड़ा। सुबह नौ बजे वह सीधे गायनी वार्ड में घूस गया। डॉक्टर ने भी एमआर को देख गार्ड को फटकारा औ र उसे बाहर करने को कहा। गार्ड ने भी एमार को जब बाहर निकलने को कहा तो उसने ने गार्ड को देख लेने की धमकी दी और वहां से चला गया। दो घंटे बाद वह वापस गायनी वार्ड पहुंचा और गार्ड को हास्पिटल से बाहर आने को ललकारने लगा, इस पर गार्ड ने हंगामा कर दिया। इसके बाद वहां काफी संख्या में गार्ड और सिक्योरिटी इंचार्ज भी आ गए। काफी देर झंझट के बाद एमआर को दोबारा नहीं आने की चेतावनी देकर छोड़ दिया गया।