GORAKHPUR: सीएम सिटी गोरखपुर में मेट्रो दौड़ाने को लेकर प्रक्रिया तेज हो गई है। प्रमुख सचिव आवास दीपक कुमार मेट्रो रूट देख उसकी राह में आ रही बाधाओं का समाधान करने पहुंचे। उन्होंने शुक्रवार सुबह मोहद्दीपुर से धर्मशाला होते हुए तरंग क्रॉसिंग और गोरखनाथ तक निरीक्षण किया। इस दौरान लखनऊ मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के निदेशक कुमार केशव भी उनके साथ थे। प्रमुख सचिव दीपक कुमार ने स्थानीय अधिकारियों से रूट की बाधाओं की जानकारी ली और समाधान के उपायों पर बात की। गोरखपुर में कुल 27 किमी की मेट्रो रेल परियोजना का प्रस्ताव है। जिसके तहत मेट्रो के दो कॉरीडोर बनेंगे। एक कॉरीडोर गुलरिहा से कलेक्ट्रेट और दूसरा महेसरा के पास श्यामनगर से सूबा बाजार तक का होगा।

विकास को मिलेगी रफ्तार

मेट्रो को गोरखपुर केविकास की रफ्तार से जोड़कर देखा जा रहा है। शहर आसपास के कई जिलों के लिए स्वास्थ्य, शिक्षा और व्यापार का प्रमुख केंद्र है। रोज बड़ी संख्या में लोग कामकाज और दूसरी आवश्यकताओं केलिए यहां आते हैं। ऐसे में सर्वसुलभ जनयातायात की आवश्यकता यहां लंबे समय से महसूस की जा रही थी। योगी आदित्यनाथ केमुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार गोरखपुर में मेट्रो की बात प्रस्ताव की शक्ल में सामने आई। मेट्रो मैन श्रीधरन ने भी गोरखपुर का निरीक्षण किया। अधिकारियों ने डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार की है। अब इसे अमली जामा पहनाने की तैयारी है।