डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट की ओर से दिये गये आदेश के बाद भी नहीं शुरू हुआ काम
डीएम खुद मानते है कि बजट की है कमी
1ड्डह्मड्डठ्ठड्डह्यद्ब@द्बठ्ठद्ग3ह्ल.ष्श्र.द्बठ्ठ
ङ्कन्क्त्रन्हृन्स्ढ्ढ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 18 सितंबर को एक बार फिर बनारस आ रहे है। इस बार फिर से सिटी को चमकाया जाएगा। लेकिन हैरानी की बात ये है कि डीएम ने पहले जो आदेश दिये थे उसपर अभी तक काम ही शुरु नहीं हो पाया है। डीएम राजमणि यादव ने 29 अगस्त को शहर के कई एरिया में भ्रमण कर निरीक्षण किया था। इसके बाद डीएम ने शहर के हालात को देखते हुए पीडब्ल्यूडी, बिजली विभाग और जलकल को कई काम के आदेश दिये थे। लेकिन अब तक एक भी काम शुरू नहीं हो सका है।
सावन आया और गया निर्देश वहीं के वहीं
सावन शुरु होने से पहले डीएम राजमणि यादव ने निर्देश दिया था कि शहर में जिन रास्तों से कांवरिया आते है उन्हें ठीक किया जाए। सावन खत्म हो गया और कांवरिया आकर चले भी गये। लेकिन रोड्स की हालत जस की तस है। निर्देश का असर सिर्फ इतना हुआ कि सड़क पर गिट्टी और सुर्खी डालकर खानापूरी कर दी गयी। इसके बाद सभी विभाग हाथ पर हाथ रख बैठ गये। सावन खत्म होने के बाद भी इसी तरह का निर्देश दिया गया।
बजट का रोना
डीएम ने निर्देश तो दे दिये लेकिन इसके लिए बजट कहां है? खुद डीएम मानते हैं कि जिन विभागों को काम कराना है उनके पास बजट नहीं है। वहीं निर्देश के बाद अभी तक इस्टीमेट तैयार नहीं हो सका है। तो बजट कहां से मिलेगा।
ये काम होने हैं
1. चौकाघाट फ्लाई ओवर को चौड़ा किया जाना है। इस काम में किसी तरह का कोई अड़चन न आये इसके लिए इस रोड पर भारी वाहनों को आने से रोकने के लिए पोल लगाकर बैरीकेडिंग कराने का निर्देश दिया गया है।
2. अंधरापुल चौराहे पर रोड की हालत बहुत ज्यादा बिगड़ गयी है। इससे ट्रैफिक में तो प्रॉब्लम आती ही है साथ ही एक्सीडेंट में लोग जख्मी हो जाते हैं। इस रोड को परमानेंट ठीक करने का आदेश अब तक हवा में है।
3. रथयात्रा, गुरुबाग और कमच्छा में रोड पूरी तरह से ध्वस्त हो गयी है। इसपर सीवर का पानी भी लगातार बह रहा है। इसे देखने के बाद डीएम ने मातहतों को फटकार भी लगायी और ठीक करना का निर्देश दिया। लेकिन हालत जस की तस बनी है।
4. रथयात्रा चौराहे पर कई इलेक्ट्रिक पोल रोड पर है जो ट्रैफिक में बाधा बनते है। इन्हें हटाने के साथ ही वहा लगा एक शिलान्यास का पत्थर हटाने का निर्देश पीडब्ल्यूडी को दिया गया था।
5. ट्रॉमा सेंटर के पास जाम के साथ बड़े वाहनों के खडे़ होने से संभावित खतरे को रोकने के लिए डाफी की ओर बैरियर लगाया जाना है। जिसका काम शुरु ही नहीं कि या गया है।
6. इंग्लिशियालाइन पर आटो की वजह से लगने वाले जाम को देखते हुए नगर निगम व वीडीए को निर्देश दिया गया कि आटो के लिए गैंग वे बनाया जाए।
,,
इन विभागों के पास बजट नहीं है जिसके चल ये स्थिती सामने आ रही है। जिन विभागों को निर्देश दिया गया है उनके सामने बजट की कमी है। उनसे इस्टीमेट मांगा गया है।
-राजमणि यादव, डीएम