MEERUT:  मेरठ के जागृति विहार सेक्टर 6 में रोंगटे खड़े कर देने वाले एक बड़े घटनाक्रम का खुलासा हुआ है. यहां एक रिटायर्ड बीमा कंपनी का अधिकारी बहला-फुसलाकर नाबालिग मासूमों का यौन शोषण कर रहा था. सालों से चल रहे इस जघन्य कांड से उस समय पर्दा हटा जब घर में लगे सीसीटीवी कैमरे की रिपेयरिंग के लिए आए मैकेनिक के हाथ आपत्तिजनक वीडियो लग गए. खुलासे के बाद पुलिस ने आरोपी रिटायर्ड अधिकारी और सीसीटीवी मैकेनिक को गिरफ्तार कर लिया. डीएम अनिल ढींगरा ने इस मामले में जांच कमेटी बना दी है.

जरा समझ लें..
मेरठ की पॉश जागृति विहार कॉलोनी के सेक्टर 6 में मकान नंबर 162 में रिटायर्ड बीमा कंपनी अधिकारी विमल चंद रहता है. रिटायर्ड अधिकारी की पत्‌नी का 2015 निधन हो गया जबकि बेटी शादी के बाद विदेश में शेटल हो गई है. एसएसपी नितिन तिवारी ने गुरुवार देर रात्रि पुलिस लाइन्स सभागार में आयोजित प्रेसवार्ता में पूरे प्रकरण का पटाक्षेप करते हुए बताया कि रिटायर्ड अधिकारी लंबे समय से अपने घर पर बहला-फुसलाकर 4 मासूम बच्चियों के अलावा 2 युवतियों साथ यौन शोषण कर रहा था. खुलासा तब हुआ जब घर के अंदर बेडरूम में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज लीक हुई. आरोपी को नहीं मालूम था कि सीसीटीवी कैमरे को दुरुस्त कराने के लिए जिस मैकेनिक आशू कश्यप निवासी-कसेरूखेड़ा को उसने बुलाया है वो उसके वीडियो को रिकार्ड कर रहा है. आरोपी ने पुलिस के समक्ष स्वीकारा कि फुटेज हासिल करने के बाद मैकेनिक ने उसे ब्लैकमेल करने के लिए वीडियो और फुटेज को एक पैन ड्राइव में दिया था. और तब से ही मैकेनिक फोन करके ब्लैकमेल कर रहा था.

यौन शोषण का शिकार
एसएसपी ने बताया कि 4 नाबालिग और 2 बालिग कुल 6 लड़कियों का आरोपी अपने घर पर यौन उत्पीड़न करता था. मासूम नाबालिग बेहद गरीब परिवार से ताल्लुक रखती हैं जिन्हें एक महिला काम दिलाने के बहाने आरोपी के घर तक लाई थी. बता दें कि नाबालिग में दो सगी बहनें हैं और विभिन्न कक्षाओं में फेल होने के बाद स्कूल छोड़ चुकी हैं. पुलिस ने आरोपी महिला के घर पर दबिश दी, वहां से डीवीआर समेत अन्य साक्ष्य भी बरामद हुए हैं. हालांकि आरोपी महिला फरार थी. एसएसपी ने बताया कि जल्द ही इस महिला को गिरफ्तार कर लिया जाएगा. इसके अलावा एक अन्य महिला अनीता का नाम सामने आया है. एसएसपी ने बताया कि अनीता, आरोपी रिटायर्ड अधिकारी के संपर्क में दो युवतियों के लेकर आई थी. आरोपी इन युवतियों के साथ भी जोर-जबरदस्ती कर यौन संबंध बनाता था.

मासूमों के साथ हैवानियत
पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने जो कबूल किया वो रोंगटे खड़े कर देने वाला था. आरोपी ने बताया कि घर में अकेलेपन का फायदा उठाते हुए उसने एक ऐसी महिला से संपर्क स्थापित किया जो घरों में काम करने के लिए नौकरानियों को मुहैया कराती थी. इस पूरे प्रकरण में मुख्य आरोपी के अलावा दो महिलाएं, एक युवक भी शामिल हैं. खोजबीन में निकलकर आया कि यह महिला दिखावे के लिए नौकरानियों को मुहैया कराती थी जबकि वो शहर में एक ऐसे रैकेट का संचालन करती है, जो जरूरतमंदों की जरूरत का नाजायज फायदा उठाकर उन्हें पॉश कॉलोनी में स्थित घरों तक पहुंचाने का काम करता है. एसएसपी ने बताया कि पुलिस इस दिशा में छानबीन कर रही है. आरोपी नाबालिग मासूमों का पढ़ाई-लिखाई का खर्चा, फीस का खर्चा और जरूरत को पूरा करने के एवज में आरोपी यौन उत्पीड़न करता था.

ब्लैकमेलर ने लिए 80 हजार
एसएसपी ने बताया कि ब्लैकमेलर आशू ने आरोपी रिटायर्ड अधिकारी के बेडरूम में सीसीटीवी कैमरा इंस्टाल किया था. नवंबर 2018 में खराबी को दुरुस्त करने के लिए जब आरोपी ने युवक को बुलाया तो वो बेडरूम के सीसीटीवी फुटेज देखकर दंग रहा गया. यहां युवक ने सीसीटीवी कैमरे के डीवीआर को इंटरनेट के माध्यम से अपने फोन से लिंक कर लिया और बेडरूम में हो रही गतिविधियों को लगातार रिकार्ड करता रहा. इसी बीच युवक आशू ने आरोपी को ब्लैकमेल करना शुरू किया, पेन ड्राइव में सीसीटीवी फुटेज भेजकर युवक ने आरोपी पर वसूली को लेकर दबाव बनाया. एसएसपी ने स्वीकारा के दोनों के बीच 80 हजार रुपए का लेनदेन हुआ है.

पुलिस के संपर्क में आया आरोपी
आशू द्वारा लगातार ब्लैकमेल किए जाने से आजिज आकर गत दिनों आरोपी ने मेडिकल थानाध्यक्ष कैलाश चंद्र से मुलाकात कर बताया कि 'किस तरह एक युवक उसे ब्लैकमेल कर रकम ऐंठने की फिराक में है.' हालांकि आरोपी ने पूरा प्रकरण एसओ को नहीं बताया. एसओ ने युवक आशू से फोन पर बात भी की. एसएसपी ने बताया कि ब्लैकमेलर को मालूम चल गया था कि वो कभी भी ब्लैकमेलिंग में फंस सकता है. खुद को फंसता देख आरोपी ब्लैकमेलर गत दिनों एसएसपी आवास पर भी पहुंचा था और पुलिस को आरोपी रिटायर्ड अधिकारी की करतूत बताना चाह रहा था. एसएसपी से मुलाकात नहीं हो सकी तो उसने तमाम वीडियो और फोटोज को वायरल कर दिया.

सीडब्ल्यूसी ने की काउंसलिंग
चाइल्ड वेलफेयर कमेटी की मेंबर अनिता राणा ने मेडिकल थाने में पहुंचकर पीडि़त नाबालिग और उनके परिजनों की काउंसलिंग की. काउंसलिंग के बाद एक मासूम की मां आरोपी रिटायर्ड अधिकारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने को जारी हुई जिसके बाद मेडिकल थाना पुलिस ने पास्को एक्ट समेत विभिन्न धाराओं में आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया. एक मुकदमा चाइल्ड लाइन की ओर से भी दर्ज कराया गया है. आरोपी ब्लैकमेलर के खिलाफ पुलिस ने आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया है. एसपी सिटी डॉ. अखिलेश नरायण सिंह, सीओ सिविल लाइन्स हरिमोहन सिंह, जिला प्रोबेशन अधिकारी शत्रुघन कनौजिया प्रेसवार्ता में मौजूद थे.