इन्हें कहा जाता है महिला क्रिकेटर्स की तेंदुलकर

भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान मिताली राज न जाने कितनी लड़कियों की इंस्पीरेशन हैं। 35 साल की हो चुकीं मिताली ने 17 साल की उम्र में अपना पहला अंतर्रराष्ट्रीय मैच खेला था। 20 साल के लंबे करियर में मिताली ने ढेरों रिकॉर्ड अपने नाम किए हैं। उन्हें महिला क्रिकेट का सचिन तेंदुलकर भी कहा जाता है। जिस तरह सचिन वनडे में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले पुरुष क्रिकेटर हैं, ठीक उसी तरह मिताली के नाम एकदिवसीय मैचों में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड दर्ज है। मिताली ने 189 वनडे खेले हैं जिसमें उन्होंने 50.88 की औसत से 6259 रन बनाए हैं। इस दौरान उनके बल्ले से 6 शतक और 49 अर्धशतक भी निकले।

महिला दिवस: क्रिकेट में है इन भारतीय महिला क्रिकेटरों का दबदबा

सबसे तेज गेंद ही नहीं विकेट भी लिए सबसे ज्यादा

विश्व क्रिकेट में हमेशा से पुरुषों का वर्चस्व रहा है। दौलत, शोहरत, स्टारडम जो कुछ भी है सब पुरुष क्रिकेटरों को मिलता है। भारत हो या अन्य देश कहीं भी महिला खिलाड़ियों को उतनी पॉपुलैरिटी हासिल नहीं होती। इसके बावजूद भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कुछ खिलाड़ियों ने मेहनत के बलबूते अपना नाम कमाया है। इनमें से एक हैं तेज गेंदबाज झूलन गोस्वामी। झूलन तब से क्रिकेट खेल रही है, जब धोनी का नाम तक कोई नहीं जानता था। एमएस धोनी ने साल 2004 में पहला अंतर्रराष्ट्रीय मैच खेला था, जबकि झूलन 2002 में ही भारतीय महिला क्रिकेट टीम में शामिल हो गईं थीं। झूलन की कड़ी मेहनत और जज्बे का ही नतीजा था कि 19 साल की उम्र में उन्हें भारतीय टीम में खेलने का मौका मिल गया था। झूलन ने चेन्नई में इंग्लैंड के विरुद्ध अपना पहला वनडे मैच खेला। तब से लेकर अभी तक, झूलन ने 164 वनडे खेल लिए हैं, जिसमें उन्होंने 195 विकेट अपने नाम किए। महिला क्रिकेट इतिहास में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाली गेंदबाज झूलन गोस्वामी हैं। यही नहीं मौजूदा वक्त में सबसे तेज गेंद फेंकने वाली भी झूलन ही हैं, वह 120 किमी/घं की स्पीड से गेंद फेंकती हैं।

महिला दिवस: क्रिकेट में है इन भारतीय महिला क्रिकेटरों का दबदबा

कैच लेने में सबसे आगे

झूलनी गोस्वामी ने सिर्फ गेंदबाजी ही नहीं फील्डिंग में भी खूब नाम कमाया है। लंबी कद-काठी की झूलन मैदान पर काफी फुर्ती से गेंद पकड़ती हैं। यही वजह है कि महिला विश्व क्रिकेट में उन्हें सबसे बेहतर फील्डर माना जाता है। झूलन के नाम वनडे में सर्वाधिक कैच पकड़ने का रिकॉर्ड दर्ज है। उन्होंने 166 मैच खेलकर 60 कैच पकड़े हैं।

महिला दिवस: क्रिकेट में है इन भारतीय महिला क्रिकेटरों का दबदबा

Cricket News inextlive from Cricket News Desk