-59वें सीनियर इंटर स्टेट एथलेटिक्स चैंपियनशिप में गोला फेंक में तीसरे स्थान पर रहने वाली पिंकी रावत से खास बातचीत

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PRAYAGRAJ: कुलभाष्कर डिग्री कॉलेज के गवर्नमेंट क्वॉर्टर में रहने वाली 25 साल की पिंकी रावत के सिर से बचपन में ही पिता का साया उठ गया था। इसके बाद पिंकी की मां ने ही उनका पालन-पोषण किया। पांच बहनों और दो भाइयों में पिंकी चौथे नंबर पर हैं। घर की फाइनेंशियल कंडीशन ठीक न होने के बावजूद पिंकी ने 27 से 30 अगस्त तक होने वाले 59वें सीनियर नेशनल इंटरस्टेट एथलेटिक्स चैंपियनशिप में शॉट पुट (गोला फेंक) में थर्ड पोजिशन अचीव कर यूपी और प्रयागराज का नाम रोशन किया है। अब उनका अगला टारगेट रांची में ओपन नेशनल में गोल्ड जीतना है। दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट ने की पिंकी से खास बातचीत

सवाल: 59वीं इंटर स्टेट सीनियर नेशनल एथलेटिक्स में थर्ड पोजीशन पाने के बाद कैसा फील कर रही हैं?

जवाब: यह मेरे लिए बड़ी अचीवमेंट है। लेकिन यह सिर्फ सफर की शुरुआत है। मेरा अगला टारगेट 10 अक्टूबर से रांची में होने वाले ओपन नेशनल में गोल्ड जीतना है।

सवाल: -आपने पहली बार शॉटपुट को कब जाना?

जवाब: आठवीं क्लास में थी तब आजाद पार्क में रनिंग करने आती थी। यहां एथलीट्स को ट्रेनिंग करते देखकर मैं भी इस खेल से जुड़ गई। तभी से शॉटपुट खेल रही हूं।

सवाल: स्पो‌र्ट्स से जुड़ने से पहले आप क्या बनना चाहती थीं?

जवाब: मैं बचपन से ही पुलिस में जाना चाहती थी। पुलिस को देखकर मन में देश के लिए कुछ करने का जुनून उठता था।

सवाल: फिट रहने के लिए आपकी ट्रेनिंग का रूटीन क्या है?

जवाब: मैं सुबह पांच से नौ बजे तक और शाम को तीन से सात बजे तक ट्रेनिंग करती हूं। रनिंग, वेट रनिंग, जिम में फिजिकल एक्सरसाइज और शॉटपुट की प्रैक्टिस मेरी ट्रेनिंग के पा‌र्ट्स हैं।

सवाल: गवर्नमेंट का स्पोर्ट्स के प्रति जो रुख है, उससे आप क्या इत्तेफाक रखती हैं?

जवाब: स्पोर्ट्स में अब गवर्नमेंट काफी कुछ कर रही है। खेलो इंडिया जैसी मुहिम शुरु की गई है। इसके दूरगामी परिणाम होंगे। लेकिन यह काफी नहीं है। मुझे अब तक गवर्नमेंट की ओर से कोई सहायता नहीं मिली है।

सवाल: यहां तक के सफर के लिए किसको श्रेय देंगी?

जवाब: मेरी मां और मेरे कोच देवी सर को। घर पर मां और मैदान में कोच हमेशा गाइड करते हैं।

सवाल: कभी मां ने शादी के लिए जोर नहीं दिया?

जवाब: मेरी मां हमेशा कहती हैं कि पहले अपना सपना पूरा करो। इसमें मैं हमेशा तुम्हारे साथ हूं।

सवाल: आपका सपना क्या है?

जवाब: मेरा सपना ओलंपिक में देश का नाम ऊंचा करना है। अगर फाइनेंशियल सपोर्ट मिला तो ऐसा करने में सफल रहूंगी, यह मेरा दृढ़विश्वास है।