- नौवाबारी पलिया में कोटेदार के खिलाफ ग्रामीणों ने की थी अनियमितता की शिकायत

- ग्रामीणों को सूचना दिए बगैर कोटेदार के घर पहुंच गए पूर्ति निरीक्षक

- जांच अधिकारी ने माना, प्रथम दृष्टया सही मिले आरोप, एसडीएम को देंगे रिपोर्ट

BRAHMPUR: ब्रह्मपुर एरिया के ग्राम नौवाबारी पलिपा में कोटेदार के खिलाफ शिकायतों की जांच करने पहुंचे पूर्ति निरीक्षक पर ही ग्रामीणों ने सवाल खड़ा कर दिया। ग्रामीणों का आरोप रहा कि पूर्ति निरीक्षक को जांच के पहले उन लोगों को सूचना देनी चाहिए थी लेकिन वे सीधे कोटेदार के घर पहुंच गए। इसको लेकर कुछ देर तक बवाल की स्थिति रही। पूर्ति निरीक्षक ने माना कि कोटेदार के खिलाफ शिकायतें प्रथम दृष्टया सही नजर आई। वे एसडीएम को पूरी रिपोर्ट सौपेंगे।

सीधे पहुंचे कोटेदार के पास

नौवाबारी पलिपा गांव के लोगों ने तहसील दिवस पर शिकायत की थी कि कोटेदार कलावती देवी वितरण में धांधली कर रही हैं। इस पर गुरुवार को पूर्ति निरीक्षक रामनिरंजन जांच करने गांव पहुंचे। ग्रामीणों का आरोप है कि इसकी सूचना शिकायतकर्ताओं को नहीं दी गई। अकेले-अकेले कोटेदार के साथ उन्होंने जांच प्रक्रिया शुरू कर दी। इसकी जानकारी होते ही कई शिकायतकर्ता वहां पहुंच गए। लोगों ने पूर्ति निरीक्षक से उन्हें जानकारी नहीं देने का कारण पूछा। ग्रामीणों का कहना था कि जांच एक जगह ना होकर सभी टोलों पर होनी चाहिए। ग्रामीणों के भारी विरोध के चलते निरीक्षक ने उन्हें शांत करा सभी टोलों पर जांच कराने की बात मान ली।

बाल्टी को बना दिया तराजू

ग्रामीणों का आरोप है कि महिला कोटेदार बाल्टी के हिसाब से राशन देती हैं। वह बाल्टी को पांच किलो का बताती हैं। बाद में तौल करने पर चार किलो ही राशन होता है। इस तरह प्रति व्यक्ति सात किलो राशन का घपला किया जा रहा है। जांच के दौरान कार्ड धारक साधु निषाद ने बताया कि एक बाल्टी चावल व एक किलो चीनी 70 रुपए में दिया जाता है। वहीं पिछले माह में राशन ही नहीं बंटा। पाचू ने बताया कि 100 रुपए में चार बाल्टी चावल ही मिला। वहीं, कबूतरी का कहना है कि दो बाल्टी चावल व एक किलो चीनी सत्तर रुपए में मिला। पूर्ति निरीक्षक को गुलाब, कैलाश, सोनिया, संगीता, सुभावती, सीता, अनिता देवी, प्रभावती, शोभा, हंसराज सहित तमाम लोगों ने अपनी समस्याएं बताईं।