- फर्जी शस्त्र लाइसेंस मामले में शस्त्र विभाग के कर्मचारियों पर कार्रवाई तय

GORAKHPUR: फर्जी डॉक्युमेंट तैयार कर शस्त्र लाइसेंस बनवाने के खेल में डीएम के रडार पर शस्त्र विभाग के दो कर्मचारी आ चुके हैं। इन दो कर्मचारियों की संदिग्ध भूमिका पर सवाल खड़े होने और जांच के बाद इन दोनों कर्मचारियों पर कार्रवाई तय मानी जा रही है। इस मामले में अभी तक जिला प्रशासन की तरफ से कोई ठोस कार्रवाई नहीं होने पर सवाल उठने शुरू हो गए थे।

शस्त्र विभाग में मचा है हड़कंप

14 अगस्त को फर्जी ढंग से डॉक्युमेंट तैयार कर शस्त्र लाइसेंस पर फर्जी पिस्टल व रिवॉल्वर खरीदने का मामला प्रकाश में आने के बाद से शस्त्र विभाग के कर्मचारियों के होश उड़े हुए हैं। असलहा बाबू से लकर एक और कर्मचारी की भूमिका पर सवाल उठने लगे हैं। सवाल उठ रहा था कि जिन 300 लोगों के फर्जी शस्त्र लाइसेंस बनाए गए थे, उनकी जांच में कहीं न कहीं यूनिक आईडी का जो इस्तेमाल किया गया है वह विभाग की मिलीभगत से ही किया गया है। इसके अलावा रिन्युअल केस और ट्रांसफर वाले शस्त्र लाइसेंस की जानकारी शस्त्र विभाग से बाहर कैसे पहुंची? इतने भारी पैमाने पर ऑनलाइन असलहे का डाटा बाहर गैंग तक कैसे पहुंचा। इन तमाम बिदुंओं पर जांच टीम ने लगभग जांच प्रक्रिया पूरी कर ली है।

कर्मचारियों की भूमिका पर उठ रहे सवाल

डीएम के निर्देश पर बनाई गई एडीएम सिटी, सिटी मजिस्ट्रेट व सदर एसडीएम की जांच टीम इस मामले में लगातार जांच कर रही थी। करीब 15 दिन बाद जाकर टीम ने शस्त्र विभाग के कर्मचारियों की भूमिका को संदिग्ध माना है। जांच टीम के सदस्य एडीएम सिटी आरके श्रीवास्तव ने बताया कि 23 हजार शस्त्र लाइसेंस की जांच करवाई जा रही है। जांच में टाइम लग रहा है। कर्मचारी कम हैं ऐसे में हर एक पहलू पर जांच चल रही है। पचास साल पुराने शस्त्र लाइसेंस की भी जांच की जा रही है।

क्या हो रही कार्रवाई

- शस्त्र विभाग की तरफ से सभी लाइसेंस धारकों को जारी किया गया नोटिस

- नोटिस जारी के बाद होना है वेरिफिकेशन।

- 22 हजार क यूनिक आईडी नंबर की शुरू हो गई है जांच

- 2017 के बाद से शस्त्र लाइसेंस का यूनिक आईडी नंबर खोलेगा राज

- कारतूस की भी की जाएगी जांच।

इन बिंदुओं पर भी हो रही है जांच

- रिन्युअल

- दूसरे जिले से आने वाले ट्रांसफर वाले लाइसेंस

- वरासत वाले शस्त्र लाइसेंस

- यूनिक आईडी

- शस्त्र (बंदूक, रिवॉल्वर, पिस्टल )

वर्जन

फर्जी डॉक्युमेंट तैयार कर शस्त्र लाइसेंस बना असलहा खरीद के मामले में गहनता से जांच हो रही है। 23 हजार शस्त्र लाइसेंस की जांच भी हो रही है। जो दोषी होगा उन्हें भी चिन्हित कर कार्रवाई की जाएगी।

- आरके श्रीवास्तव, एडीएम सिटी, जांच टीम सदस्य