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LUCKNOW : प्रतापगढ़ में यूपी पुलिस के इंस्पेक्टर अनिल कुमार सिंह की हत्या के मामले की जांच सीबीआई ने शुरू की है। सीबीआई ने हाईकोर्ट के आदेश पर एक वर्ष पूर्व इसका केस दर्ज किया था। गुरुवार को लखनऊ सीबीआई की स्पेशल क्राइम ब्रांच की टीम ने प्रतापगढ़ जाकर मामले की तफ्तीश शुरू कर दी है। ध्यान रहे कि प्रतापगढ़ में हुए इस सनसनीखेज हत्याकांड में कई पुलिस अफसरों पर भी शक की सुई घूम रही है। अब सीबीआई प्रतापगढ़ में इस मामले में पुलिस द्वारा जुटाए गये साक्ष्यों को अपने कब्जे में लेगी और आरोपितों से गहन पूछताछ करेगी।

होटल के बाहर मारी थी गोली

19 नवंबर, 2015 को प्रतापगढ़ में इंस्पेक्टर अनिल कुमार की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी। अनिल कुमार की पत्नी आरती गूजर ने विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया और प्रतापगढ़ पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाते हुए हाईकोर्ट से इसकी जांच सीबीआई से कराने की मांग की थी। उनका आरोप था कि अनिल कुमार के 4 जून, 2015 को प्रतापगढ़ शहर कोतवाली का इंचार्ज बनने के बाद से विधायक राजा भैया के मुताबिक काम करने का दबाव आने लगा। यहां तक उन्हें फर्जी प्रकरण में सस्पेंड भी कर दिया गया। विगत 19 नंवबर, 2015 को सुबह साढ़े सात बजे अनिल कुमार होटल वैष्णवी के मैनेजर से मिलने गये थे, तभी बाहर से फायरिंग होने लगी।उन्होंने बाहर आकर वहां मौजूद दो लड़कों को ललकारा तो उन्हें गोली मार दी गयी। वहीं प्रतापगढ़ पुलिस को दी तहरीर में अनिल के भाई विनोद कुमार का कहना था कि उनके भाई ने बताया था कि प्रतापगढ़ में उनकी जान को खतरा है और उनकी हत्या कराई जा सकती है।

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फैक्ट मीटर

 4 जून, 2015 को प्रतापगढ़ शहर कोतवाली में इंस्पेक्टर तैनात हुए अनिल सिंह

- 19 नवंबर, 2015 को प्रतापगढ़ के वैष्णवी होटल के बाहर मारी गयी थी गोली

- 23 मई 2018 को हाईकोर्ट ने यूपी सरकार को सीबीआई जांच कराने का आदेश दिया

- 29 जून 2018 को सीबीआई की स्पेशल क्राइम ब्रांच ने केस दर्ज कर लिया

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