7 जुलाई को महाबोधि मंदिर में हुए दस सीरियल धमाकों की साजिश को अब भी एनआईए की टीम आईएम (इंडियन मुजाहिदीन) के ही कनेक्शन को खंगाल रही है। दरअसल एनआईए की टीम अबतक पकड़े गए आतंकी मकबूल और इमरान से मिली जानकारी और कनेक्शन पर ही काम कर रही है।

बोधगया का नांदेड़ कनेक्शन
 इंवेस्टिगेट कर रही एनआईए की टीम बोधगया ब्लास्ट में नांदेड़ कनेक्शन को खोलने में लगी है। आतंकी मकबूल और इमरान दोनों महाराष्ट्र के नांदेड़ के रहने वाले हैं। इन लोगों ने पकड़े जाने के बाद  बताया था कि महाबोधि मंदिर की वीडियो से लेकर कई तरह की जानकारी उन लोगों ने जुटाई थी। ऐसे में एनआईए टीम इन दोनों के इलाके से बोधगया में आए फोन नम्बरों की तलाश में लगी है। इंवेस्टिगेशन में लगे एक सीनियर आफिसर की मानें तो बोधगया ब्लास्ट के दौरान नांदेड़ से भी कुछ नम्बर बोधगया में संपर्क में थे। पुलिस ने ब्लास्ट के एक सप्ताह पहले के नम्बरों को डम्प डाला और सीडीआर की एनालाइसिस कर रही है। सोर्सेज की मानें तो इस पर पड़ताल चल रही है कि नांदेड़ के फोन नम्बरों से कौन संपर्क में थे। वैसे भटकल की अरेस्टिंग के बाद से ही एनआईए के ऑफिसर विकास वैभव लगातार उससे पूछताछ कर रहे थे, जो खुद महाबोधि मंदिर सीरियल ब्लास्ट केस के आईओ हैं।