लाहौर (आईएएनएस)। पाकिस्तान के पूर्व कप्तान इंजमाम-उल-हक ने सुनील गावस्कर की प्रशंसा करते हुए कहा है कि उस महान भारतीय बल्लेबाज ने टेस्ट क्रिकेट में 10,000 रन बनाकर एक अविश्वसनीय उपलब्धि हासिल की क्योंकि उस दौरान रन बनाना उतना आसान नहीं था। उनके दौर में भी और उससे पहले भी कई महान खिलाड़ी थे। जावेद मियांदाद, विवियन रिचर्ड्स, गैरी सोबर्स और डॉन ब्रैडमैन जैसे बल्लेबाज थे, लेकिन उनमें से किसी ने भी इस आंकड़े तक पहुंचने के बारे में नहीं सोचा था। यहां तक ​​कि आज के क्रिकेट में जब टेस्ट क्रिकेट बहुत ज्यादा है। तब भी बहुत कम खिलाड़ी हैं जिन्होंने यह उपलब्धि हासिल की है।

आज के 15 हजार रन के बराबर
इंजमाम ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, 'अगर आप मुझसे पूछें, तो मैं कहूंगा कि सुनील के उस दौर के 10,000 रन आज के 15,000 से 16,000 रन के बराबर हैं। ये और ज्यादा ही हो सकते हैं मगर कम नहीं।' 71 वर्षीय गावस्कर ने भारत के लिए 125 टेस्ट और 108 वनडे खेले, जिसमें उन्होंने क्रमशः 10,122 और 3,092 रन बनाए। गावस्कर को लिटिल मास्टर भी कहा जाता है। दाएं हाथ के इस बल्लेबाज के नाम कई रिकाॅर्ड दर्ज हैं।

पहले बल्लेबाजी करना नहीं था आसान
इंजमाम कहते हैं, 'अगर (एक बल्लेबाज के रूप में) आपका फॉर्म अच्छा है, तो आप स्कोर भी कर सकते हैं। एक सीजन में 1000 से 1500 रन। लेकिन जब सुनील बल्लेबाजी कर रहे थे, तब स्थिति ऐसी नहीं थी। आज विशुद्ध रूप से बल्लेबाजी विकेट तैयार किए जाते हैं ताकि आप रन बना सकें। आईसीसी ने कहा कि आईसीसी बल्लेबाजों को ऐसा करते हुए भी देखना चाहता है ताकि दर्शकों का मनोरंजन हो।' इंजी कहते हैं, लेकिन पिछले विकेटों पर बल्लेबाजी करना इतना आसान नहीं था, खासकर तब जब आप उपमहाद्वीप के बाहर खेल रहे होते थे।'

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