जयपुर (पीटीआई)। आईपीएल 2019 का 25वां मैच गुरुवार को राजस्थान राॅयल्स बनाम चेन्नई सुपर किंग्स के बीच खेला गया। वैसे तो इस मैच में चेन्नई को चार विकेट से जीत मिली। मगर बीच मैच में एमएस धोनी का गरम मिजाज स्टेडियम में मैच देख रहे दर्शकों को जरूर हैरान कर गया। धोनी ने बीच मैच में अंपायर से तीखी बहस की जिसके बाद उनके ऊपर जुर्माना लगा दिया गया, हालांकि वह बैन होने से बच गए।

धोनी की काटी गई 50 प्रतिशत मैच फीस
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने मैच के बाद बयान जारी किया। जिसमें कहा गया कि, 'चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान एमएस धोनी को आईपीएल के कोड ऑफ कंडक्ट के उल्लंघन का दोषी पाया गया। जिसके चलते धोनी की 50 प्रतिशत मैच फीस काटी गई है। धोनी पर लेवल 2 के नियम तोड़ने पर जुर्माना लगा है और उन्होंने अपनी गलती स्वीकार भी कर ली। जहां तक आईपीएल की बात हो तो यहां खिलाड़ियों पर लगने वाला जुर्माना फ्रेंचाइजी भरती है। मगर आईसीसी के नियमों के मुताबिक, अंपायर के साथ दुर्व्यवहार करने पर खिलाड़ी पर एक या दो मैचों का बैन लगाया जाता है।


जानिए क्या था माजरा
रॉयल्स द्वारा दिए गए 152 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए आखिरी ओवर में चेन्नई को 18 रन चाहिए थे। उस वक्त क्रीज पर एमएस धोनी और रवींद्र जडेजा थे। राजस्थान के कप्तान रहाणे ने आखिरी ओवर डालने का जिम्मा बेन स्टोक्स को दिया। बेन की पहली गेंद पर जडेजा ने शानदार सिक्स लगाया। दूसरी गेंद पर सिंगल गया और तीसरी गेंद पर धोनी स्ट्राइक पर थे और स्टोक्स ने माही को आउट कर पवेलियन का रास्ता दिखाया। ओवर की चौथी गेंद का सामना सैंटनर कर रहे थे। स्टोक्स ने फुलटाॅस फेंकी जोकि कमर से ऊपर थी। अंपायर ने पहले नो-बॉल दिया, लेकिन बाद में स्क्वायर लेग अंपायर से बात करने के बाद मना भी कर दिया। अंपायर के इस फैसले पर पहले क्रीज में मौजूद जडेजा भिड़े, फिर डग आउट में बैठे धौनी मैदान में वापस आ गए। माही की अंपायर से काफी बहस हुई। आखिर में अंपायर ने गेंद को नो-बॉल नहीं दिया।