कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। IPL के 13वें सीजन का 37वां मैच सोमवार को Chennai Super Kings बनाम Rajasthan Royals के बीच खेला गया। ये मुकाबला सीएसके के लिए जीतना जरूरी था मगर अंत में धोनी को हार नसीब हुई। इसी के साथ इस सीजन चेन्नई सुपर किंग्स के प्लेऑफ में पहुंचने की उम्मीद न के बराबर हो गई। अब कोई चमत्कार ही धोनी को प्लेऑफ में पहुंचा सकता है। राजस्थान के खिलाफ धोनी सेना लगभग जीत की पटरी पर थी मगर RR के एक बल्लेबाज ने अंत में माही से जीत छीन ली।

सीएसके की धीमी बल्लेबाजी
चेन्नई सुपर किंग्स की हार की बड़ी वजह उनके बल्लेबाजों का फ्लाॅप शो है। शेन वाटसन और फाॅफ डु प्लेसिस से टीम को बहुत उम्मीदें थी। मगर दोनों के सस्ते में आउट होने के बाद ऐसा ग्रहण लगा कि बड़ा शाॅट खेलने को बाकी के बल्लेबाज तरसते रहे। दबाव बढ़ता गया और डाॅट गेंदों ने सीएसके के लिए मुश्किल खड़ी कर दी। मैच देखकर लग रहा था कि जैसे कोई टेस्ट मैच हो। रन रेट धीमी होने के चलते सीएसके के बल्लेबाल बड़ा स्कोर नहीं बना सके। विकेट हाथ में होने के बावजूद चेन्नई की टीम 20 ओवर में 125 रन ही बना सकी।

श्रेयस गोपाल की कंजूसी गेंदबाजी
राजस्थान राॅयल्स के गेंदबाज श्रेयस गोपाल की कंजूसी गेंदबाजी भी सीएसके के लिए मुसीबत बनी। इस स्पिनर ने चेन्नई के किसी भी बल्लेबाज को बड़ी हिट लगाने नहीं दी। धोनी से लेकर जडेजा तक बड़े हिटर टीम में होने के बावजूद श्रेयस अपने कोटे के 4 ओवर में मात्र 14 रन दे गए। यही नहीं उन्होंने एक विकेट भी लिया। ये विकेट सैम करन था जो ओपनिंग में आए थे और टीम को ताबड़तोड़ शुरुआत दिलाने की कोशिश में लगे थे।

जोस बटलर ने छीनी जीत
सीएसके द्वारा 126 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी राजस्थान राॅयल्स के बल्लेबाजों की कहानी भी चेन्नई सुपर किंग्स के जैसी थी। RR के बैट्समैन लक्ष्य छोटा देखकर बहुत धीमी बल्लेबाजी कर रहे थे। एक वक्त लगा कि धोनी ये मैच अपने नाम कर लेंगे मगर अंत में जोस बटलर आए और उन्होंने तूफानी बल्लेबाजी शुरु की। बटलर ने 48 गेंदों में 70 रन बनाए जिसमें सात चौके और दो छक्के शामिल है। इस पारी की बदौलत राजस्थान ने सात विकेट से मैच जीत लिया।

अंक तालिका में सबसे नीचे सीएसके
आईपीएल की सबसे सफल टीमों में से एक चेन्नई सुपर किंग्स की ऐसी हालत देख उनके फैंस काफी मायूस होंगे। सीएसके इस समय अंक तालिका में सबसे नीचे है। टीम ने 10 मैच खेले हैं जिसमें सिर्फ तीन में उन्हें जीत मिली और सात मुकाबले वो हार गए। अभी तक सबसे ज्यादा मैच हारने वाली टीम चेन्नई है। धोनी सेना के अब चार मैच बचे है, उन्हें प्लेऑफ में पहुंचने के लिए अब चारों मुकाबले तो जीतने ही होंगे साथ ही दूसरी टीमों के मैचों के परिणामों पर भी निर्भर होना पड़ेगा।