कानपुर। भारतीय तेज गेंदबाज इरफान पठान ने 35 वर्ष की उम्र व 15 साल लंबे करियर के बाद शनिवार को इंटरनेशनल क्रिकेट से विदाई लेने की घोषणा कर दी। खेल के सभी प्रारूपों से संन्‍यास की घोषणा पठान ने स्‍टार स्‍पोर्ट्स के स्‍टूडियो में की। बहरहाल अभी वे फ्रेंचाइजी आधारित लीग में नजर आते रह सकते हैं। पठान ने कहा कि 'घरेलू क्रिकेट में, मैं जम्‍मू व कश्‍मीर क्रिकेट का हिस्‍सा रहा हूं और बीते सीजन के बाद, मैंने विचार किया कि आगे खेलते रहने के लिए प्रेरणादायी क्‍या है?'

भविष्य की योजना

पठान रणजी ट्राफी में भी नजर आए हैं पहले अपनी होम साइड बड़ौदा के लिए खेलते हुए और अंतिम सीजन में जम्‍मू व कश्‍मीर के लिए खिलाड़ी व मेंटोर की भूमिका में, वे टीम से अब भी जुड़े रहेंगे लेकिन केवल मेंटोर के रोल में। 'भविष्य की अपनी योजनाओं के बारे में पठान का कहना है कि 'मैं भारतीय क्रिकेट में अपना योगदान देना जारी रखूंगा, हालांकि यह हमेशा बेहतर होता है कि घरेलू क्रिकेट में कोई और मेरी जगह ले। मेरे लिए करने को अभी कई चीजें हैं और मैं उन पर ध्‍यान दूंगा।' पठान ने अपनी भविष्य की योजनाओं के बारे में जानकारी देते हुए बताया।

इंटरनेशनल क्रिकेट करियर

एक जमाने में भारतीय तेज गेंदबाजी की धुरी रहे पठान ने टीम इंडिया के लिए 29 टेस्‍ट मैच, 120 इंटरनेशनल वनडे मैच और 24 टी20 इंटरनेशनल खेले हैं। उन्‍होंने 2012 में आखिरी बार भारतीय टीम की जर्सी पहनी थी, इसके बाद ख्‍राब फार्म व चोटों के चलते नेपथ्य में चले गए। उन्‍हें 2004 में ऑस्‍ट्रेलिया व पाकिस्‍तान दौरे में अपने शानदार प्रदर्शन के लिए याद किया जाता है। साल 2006 में कराची टेस्‍ट के अपने पहले ओवर में ही हैट्रिक लेकर उन्‍होंने खुद को अपने समय के श्रेष्ठ तेज गेंदबाजों में शुमार करवाने में कामयाबी पाई थी। इतना ही नहीं वे 2007 में क्रिकेट टी20 वर्ल्‍ड कप जीतने वाली भारतीय क्रिकेट टीम का भी हिस्‍सा रहे।

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