15 साल से की शुरूआत

बिंद्रा ने ट्वीट करके यह बताया कि उन्होंने कॉमनवेल्थ गेम्स में 15 वर्ष की उम्र से खेलना शुरू कर दिया था. इस लंबे अंतराल में वह तकरीबन आठ मेडल जीत चुके हैं. इसके बाद बिंद्रा कॉमनवेल्थ गेम्स में नही दिखाई देंगे. गौरतलब है कि बिंद्रा लगातार पांचवी बार कॉमनवेल्थ गेम्स में खेलने गए हैं. इस बार वह 10 मीटर की एयर रायफल कंपटीशन में अकेले हिस्सा लेंगे. इस खिलाड़ी ने मुख्य प्रतियोगिता में कभी भी गोल्ड मेडल नही जीता है. हालांकि पेयर में वह गगन नारंग के साथ 2006 और 2010 में और समीर आंबेकर के साथ 2002 में गोल्ड जीत चुके हैं. इसके अलावा वह 2002 में सिंगल राउंड में सिल्वर और 2010 में ब्रॉंज जीत चुके हैं.

ट्वीट कर घोषित की विदाई

अभिनव बिंद्रा ने ट्वीटर के माध्यम से कॉमनवेल्थ गेम्स से अपनी विदाई घोषित की. बिंद्रा ने लिखा, ‘मैं आखिरी बार कॉमनवेल्थ गेम्स में उतरूंगा. मेरा कॉमनवेल्थ गेम्स का सफर 15 वर्ष की उम्र से शुरू हुआ था और मेरे लिए यह सफर काफी यादगार रहा है. इसमें मैंने अब तक आठ पदक जीते हैं.’

मांगी ग्लासगो कॉमनवेल्थ के लिए दुआएं

अभिनव बिंद्रा ने अपने फैंस से कहा है कि वह दुआ करें कि मैं ग्लासगो में अच्छा प्रदर्शन कर पाउं. मैं कॉमनवेल्थ गेम्स से एक अच्छी विदाई की उम्मीद करता हुं. बिंद्रा इस समय ईडिनबर्ग में ठहरे हुए हैं और उनकी प्रतियोगिता डुंडी में होनी है जो उनके होटल से ज्यादा दूर नही है.